दिनांक : 27-Apr-2024 01:34 AM
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चिंगारपगार झरने में अचानक आई बाढ़: प्रकृति के साथ खिलवाड़ या किसी बड़े हादसे का इंतजार?

चिंगारपगार झरने में अचानक आई बाढ़: प्रकृति के साथ खिलवाड़ या किसी बड़े हादसे का इंतजार?

Chhattisgarh, Gariabandh, Tourism, Various, Vishesh Lekh
वर्षा ऋतु में छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक छटा अत्यंत मनोहारी होती है और यह सभी सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। सावन का महीना आते ही हरियाली की चादर से जैसे पूरा छत्तीसगढ़ आच्छादित हो जाता है, कहना पड़ेगा इंद्र देव की छत्तीसगढ़ पर विशेष कृपा है।  साथ ही यहाँ अनगिनत झरने बहने लगते है। कुछ चित्रकूट जलप्रपात के जैसे विशाल तो कुछ गजपल्ला जैसे बरसाती झरने। जो भी हो झरने हमेशा पर्यटकों को आकर्षित करते है। केवल गरियाबंद जिले में ही 10 से अधिक झरने बहते है। जिसे देखने के लिए अच्छी खासी भीड़ उमड़ती है। विशेषकर सप्ताहांत में तो पर्यटकों की भीड़ से सड़को पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। यह सब देखने सुनने में अच्छा लगता है लेकिन ठहरिये हम छत्तीसगढ़ की बात कर रहे है। जहाँ पर पर्यटन क्षेत्र और पर्यटक तो है लेकिन मुलभूत सुविधाऐं कुछ नहीं है। अभी हाल ही में बीते रविवार को गरियाबंद के चिंगरापगार झरने में ...
देखो बस्तर सीजन 2 का हुआ सफलतापूर्वक आयोजन

देखो बस्तर सीजन 2 का हुआ सफलतापूर्वक आयोजन

Chhattisgarh, Dantewada
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान द्वारा  देखो बस्तर सीजन 2 बस्तर ऑन बाइक का आयोजन 18-20 जून 2023 तक किया गया। यह आयोजन छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड, जिला प्रशासन बस्तर एवं स्थानीय सहयोगी संस्थाओं के सहयोग से किया। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ एवं सीमावर्ती राज्यों से 60 राइडर्स ने भाग लेकर बस्तर पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु मोटर सर्किट पूरा किया। समापन कार्यक्रम में बस्तर सांसद श्री दीपक बैज ने बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता एवं सांस्कृतिक विरासत को बताते हुए राइडर्स को बस्तर को विश्व पटल तक पहुंचाने हेतु आग्रह किया। इस अवसर पर सीसीएफ श्री मोहम्मद शाहिद, कांगेर वैली नेशनल पार्क के संचालक श्री धमशील गणवीर सहित अन्य अधिकारी व बाईक राईडर उपस्थित थे। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक श्री धम्मशील गणवीर ने बताया कि बस्तर ऑन बाइक का मुख्य उद्देश्य राइडर्स के माध्यम से बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता एवं पहुंच मार्ग, ...
गौरेला पेंड्रा मरवाही : झोझा जल प्रपात पर्यटन स्थल पर किया गया सस्टेनेबल इको टूरिज्म की शुरुआत

गौरेला पेंड्रा मरवाही : झोझा जल प्रपात पर्यटन स्थल पर किया गया सस्टेनेबल इको टूरिज्म की शुरुआत

Bilaspur, Chhattisgarh
वन, पहाड़, नदी-नालों से युक्त आदिवासी बाहुल्य नवगठित गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला प्राकृतिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थलों से शुमार है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सोच है कि इस जिले की पहचान पर्यटन जिले के रूप में बने और स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार और आजीविका के अवसर मिले। इसी सोच के अनुरूप जिला प्रशासन पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए संधारणीय विकास (सस्टेनेबल डेवलपमेंट) के लिए प्रतिबद्ध है। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में आज गौरेला विकासखंड के पर्यटन स्थल झोझा जलप्रपात में सस्टनेबल इको टूरिज्म की आज शुरुआत की गई। जनपद पंचायत सीईओ गौरेला डॉ संजय शर्मा ने बैरियर में पर्ची कटवा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। झोझा जलप्रपात में स्वच्छता की मुहीम को ले कर जिला प्रशासन एवं ग्राम पंचायत बस्ती–बगरा, आमगांव, टीकरखुर्द, पूटा, लमना के सरपंच और सचिव तथा पंचायत समिति, ...
आकार लेने लगी है छत्तीसगढ़ में पर्यटन तीर्थों की नयी श्रृंखला, पर्यटन के विश्व मानचित्र पर होगा छत्तीसगढ़ का नाम

आकार लेने लगी है छत्तीसगढ़ में पर्यटन तीर्थों की नयी श्रृंखला, पर्यटन के विश्व मानचित्र पर होगा छत्तीसगढ़ का नाम

Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम के ननिहाल के रूप में सम्पूर्ण विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है। वनवास काल में श्रीराम ने यहाँ महत्वपूर्ण समय व्यतीत किया, यहां के ऋषि आश्रम, प्रकृति के मध्य वनवास काटा, इसलिए यहाँ की जनश्रुतियों, लोककथाओं, आम जनजीवन में राम रचे-बसे हैं। जनमान्यताओं के सम्मान में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की संकल्पना पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा भगवान श्रीराम के ननिहाल प्राचीन दक्षिण कौशल वर्तमान छत्तीसगढ़ में श्रीराम पथ वनगमन परिपथ के रूप में प्राचीनतम महत्व के वैश्विक पर्यटन क्षेत्रों का विस्तार किया जा रहा है। मान्यता है कि श्रीराम के साथ माता सीता और लक्ष्मण ने 12 साल छत्तीसगढ़ में बिताये थे। जिन जगहों पर भगवान राम आए थे ऐसे 75 स्थानों को चिन्हांकित कर वैश्विक पर्यटन के अनुरूप विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रथम चरण में कोरिया से सुकमा तक 2260 किमी की लंबाई तक 9 जगहों क...
शिवरीनारायण में भी राम वन गमन पथ परियोजना का काम पूरा, मुख्यमंत्री 10 अप्रैल को लोकार्पण करेंगे

शिवरीनारायण में भी राम वन गमन पथ परियोजना का काम पूरा, मुख्यमंत्री 10 अप्रैल को लोकार्पण करेंगे

Chhattisgarh, Vishesh Lekh
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी राम वन गमन पथ परियोजना के तहत चंदखुरी के बाद अब शिवरीनारायण में भी विकास कार्य पूरा हो गया है। इन विकास कार्यों का लोकार्पण 8 अप्रैल से शुरू हो रहे लोकार्पण समारोह के अंतिम दिन 10 अप्रैल को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा किया जाएगा। शिवरीनारायण राम वन गमन पथ परियोजना के पहले चरण में चिन्हित उन स्थानों में शामिल है, जिन्हें पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य ऐतिहासिक, पुरातात्विक, धार्मिक और प्राकृतिक धरोहरों के साथ ही गौरवशाली प्राचीन लोक संस्कृति का भी अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। छत्तीसगढ़ मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का ननिहाल और उनकी कर्मभूमि भी है। 14 वर्षों के कठिन वनवास काल में श्रीराम ने अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में व्यतीत किया था।माता कौशल्या की जन्म भूमि होने के कारण छत्तीसगढ़ में श्री राम को भांजे के रूप में पूज...
’मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा- पर्यटकों को अपनी संस्कृति से परिचित कराते हुए गर्व होता है’

’मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कहा- पर्यटकों को अपनी संस्कृति से परिचित कराते हुए गर्व होता है’

Chhattisgarh
बस्तर में पर्यटन के जरिये स्थानीय लोगों को न सिर्फ रोजगार मिल रहा है, बल्कि वे पर्यावरण को बचाए रखने की मुहिम में भी शामिल हो रहे हैं। ऐसे ही कामों से जुड़े बस्तर के नौजवानों ने आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से कहा कि पर्यटकों के अपने खान-पान, रीति-रिवाज और कला-परंपराओं से परिचित कराते हुए उन्हें गर्व होता है। बस्तर, सुकमा और बीजापुर जिलों में विकास कार्यों के लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने इन नौजवानों से बातचीत की। तिरखा बस्तर पर्यटन समूह में काम कर रही खीरमणि कश्यप ने बताया कि उनका समूह बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है। समूह के सदस्य पर्यटकों को कैंपिंग के दौरान स्थानीय एवं पारंपरिक खाद्य और पेय जैसे चापड़ा चटनी, बासता, बोड़ा, मड़िया और पेज पिलाते हैं। पर्यटक इन पारंपरिक खाद्यों को बहुत पसंद करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि आदिवासी-संस्क...
मुख्यमंत्री बघेल ने बोट में बैठकर किया नौका विहार, कहा- प्राकृतिक खुबसूरती से भरा है छत्तीसगढ़, सतरेंगा आईए, आनंद उठाईये

मुख्यमंत्री बघेल ने बोट में बैठकर किया नौका विहार, कहा- प्राकृतिक खुबसूरती से भरा है छत्तीसगढ़, सतरेंगा आईए, आनंद उठाईये

Chhattisgarh
कोरबा जिले के मनोरम एवं खूबसूरत तथा नव विकसित पर्यटन स्थल सतरेंगा की खूबसूरती और हसदेव नदी का अथाह जल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को भा गया। एक रात सतरेंगा के रिसॉर्ट में ठहरने के बाद सुबह यहां की प्राकृतिक छटा और शांत वातावरण ने मुख्यमंत्री बघेल का मन मोह लिया। बाद में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने देश-विदेश के पर्यटकों को सतरेंगा आकर वहां की खूबसूरती का आनंद लेने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक खूबसूरती से भरा राज्य है। बस्तर हो या सरगुजा, बिलासपुर हो या बारनवापारा और अब कोरबा का सतरेंगा यहां हर जगह प्राकृतिक सौंदर्य है, रमणीय स्थल है। लोग यहां ज्यादा से ज्यादा आयें और तनाव भरें व्यस्त जीवन में से कुछ आनंद के पल यहां बितायें। बघेल ने सतरेंगा में पर्यटन की दृष्टि से हुए विकास कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने यहां विकसित सुविधाओं की जानकारी कलेक्टरमती किरण कौश...