छत्तीसगढ़ का पहला किसान स्कूल, जिसने पेटेंट करवाई भाजी और धान की 36 किस्में
जांजगीर-चांपा जिले का बहेराडीह गांव पूरे देश में इसलिए पहचाना जाने लगा है, क्योंकि यहां देश का पहला किसान स्कूल है। खास बात ये है कि छत्तीसगढ़ की 36 किस्म की भाजियों और धान का इस स्कूल को चलाने वाले किसान ने पेटेंट करवा लिया है। जितने भाजियों और धान की वैरायटियों का पेटेंट करवाया गया, सभी की खेती स्कूल की छत पर गमलों में की जा रही है। इनमें चौलाई, अमारी और चेंच जैसी भाजियां हैं।
इस स्कूल ने अमारी, चेंच और केले के छिलके से बने धागों से जैकेट और राखियां तक बनाई हैं। भास्कर जब इस स्कूल में पहुंचा तो किसान दीनदयाल यादव आसपास के किसानाें और महिला समूहों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दे रहे थे। उन्होंने बताया कि यहां बनी हुई जैविक खाद न केवल सब्जियों, बल्कि मुनगा, नींबू, आम और पपीते की खेती में भी काफी लाभ पहुंचा रही है।
यादव ने दावा किया कि रासायानिक खाद की तुलना में जैविक खाद से दोगुना उत्प...