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बलौदाबाजार : 5 पीड़ितों ने श्रम विभाग में अधिकारी-एजेंट की मिलीभगत से योजना राशि गबन मामले पर एफ.आई.आर.दर्ज कराने की मांग की

14/08/2023 posted by Naresh Ganshani Baloda Bazar    

बलौदाबाजार जिला श्रम विभाग बलौदाबाजार के ऊपर लगातार एजेंटो से मिलकर योजना राशि को धोखे से गबन सहित कई प्रकार से भ्रष्टाचार किये जाने के आरोप लग रहे है l 11 दिन पूर्व 3 अगस्त को मुख्यालय के समीप ग्राम कोलियारी की तीन पीड़ित आदिवासी महिला तीजन बाई ध्रुव, रम्हीन ध्रुव, टिकेश्वरी ध्रुव ने भी योजना राशि गबन मामले में इन्ही श्रम निरीक्षक, एजेंट आदि के विरुद्ध पुलिस में अपराध पंजीबध्द कर कार्यवाही की मांग की है जिस पर बयान लेकर पुलिस ने तत्परता से जॉच कार्यवाही शुरू कर दी है जिसमें कई प्रकार के तथ्य सामने भी आ चुके है जल्द ही अपराधियों पर कार्यवाही होने की उम्मीद है l

श्रम निरीक्षक, एजेंट सहित कई के विरुध्द धोखाधड़ी कर राशि गबन करने के तहत हुई शिकायत

आज पुनः 5 पीड़ितों सुशीला ध्रुव, विद्या यादव, सेवक ठाकुर ग्राम करमदा, लोमश ध्रुव ग्राम बुड़गहन एवं पंचराम ग्राम धवई निवासी ने भी उसी श्रम निरीक्षक, एजेंट मीना वर्मा ग्राम रवान, श्रम विभाग के कम्प्यूटर ऑपरेटर भूपेंद्र सिंह कंवर सहित रूखमणी वर्मा ग्राम करमदा, भगवती ध्रुव करमदा, शकुन ध्रुव ग्राम बुड़गहन आदि के विरुध्द कूटरचना रच कर, सांठ-गांठ कर, धोखे से योजना राशि को बैंक से निकालकर गबन किये जाने के संबंध में पुलिस थाने में एफ.आई.आर. कराकर कार्यवाही किये जाने हेतु कलेक्टर, एसपी सहित उच्च अधिकारियों को शिकायत पत्र, शपथ-पत्र सहित सौपा है l जिसमें प्रार्थीगणों ने अवगत कराया कि उनके स्व. पति/पिता/माता/पुत्र के नाम से श्रम विभाग में छत्तीसगढ़ भवन सन्निर्माण योजना के तहत पंजीयन था जिसके अंतर्गत मृत्यु होने पर मृतक की नॉमिनी को 1 लाख रूपये की अनुदान राशि मिलती है

ऐसे ही मामले में 11 दिन पूर्व 3 अगस्त को 3 पीड़ित आदिवासी महिलाओं ने भी एफ.आई.आर. की मांग की है

उनकी मृत्यु होने पर योजना का लाभ लेने पीड़ित सभी अपने-अपने हिसाब से संयुक्त कलेक्टर कार्यालय बलौदाबाजार के जिला श्रम विभाग कार्यालय पहुंचे थे जहां उनकी मुलाकात उस दौरान पदस्थ श्रम निरीक्षक से हुई l उक्त श्रम निरीक्षक ने पीड़ित महिलाओं को ग्राम रवान निवासी मीना वर्मा से परिचय कराया कि यह श्रम कार्यालय में एजेंट के रूप में कार्य करती है और मीना वर्मा ही आपको योजना का लाभ दिला सकती है l श्रम निरीक्षक ने सारे दस्तावेज मीना वर्मा के पास जमा करने को कहा और जैसा मीना वर्मा कहेगी वैसे ही करने को बोले l

पीड़ितों ने शिकायत पत्र में यह भी बताया कि श्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में हमने सारे दस्तावेज मीना वर्मा को दे दिये l कुछ दिनों बाद मीना वर्मा, श्रम विभाग के कम्प्यूटर ऑपरेटर भूपेंद्र सिंह कंवर, रुखमणी वर्मा ग्राम करमदा, भगवती ध्रुव ग्राम करमदा, शकुन ध्रुव ग्राम बुड़गहन आदि प्रार्थीगणों के घर आकर ऑनलाईन आवेदन के नाम पर अपने साथ लाये समस्त दस्तावेजों में हस्ताक्षर कराया और अपने साथ लाये लैपटॉप कंप्यूटर मशीन में अंगूठे का निशान भी लिया था l

प्रार्थीगण जब भी श्रम विभाग के श्रम निरीक्षक एवं एजेंट मीना वर्मा से सम्पर्क कर अनुदान राशि की स्वीकृति के बारे में पूछते थे तो उक्त दोनों ही व्यक्ति कोई ना कोई बहाना बना कर उन्हें वापस भेज देते थे l वही 2 प्रार्थी लोमश ध्रुव व सेवक ठाकुर ने बताया की लगभग 1 वर्ष पूर्व एजेंट मीना वर्मा और उनके साथीगणों ने उन्हें क्रमशः 20-20 हजार रूपये नगद राशि पहली किश्त स्वरूप दी थी और शेष राशि अगली किश्त आते देंगे बोलकर चले गये थे, उसके बाद से शेष राशि क्रमशः 80-80 हजार आज तक नहीं आई बताकर नहीं दिये l

हाल ही में जब बड़ी मुश्किल मदद के बाद सभी पीड़ितों को ऑनलाईन के माध्यम से पता चला कि उनकी राशि लगभग डेढ़ से 2 वर्ष पहले ही सभी की राशि स्वीकृत होकर बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा भाटापारा के खाते में चली गई है जबकि पीड़ितों का कहना है कि हमने कभी भी उक्त बैंक में खाता खुलवाने नहीं गये और ना ही कभी एटीएम आदि प्राप्त करने गये l पीड़ितों के शिकायत पत्र अनुसार वे खुद परेशान है कि बिना उनकी सहमति/उपस्थिति से आखिर बैंक में खाता खुला कैसे ?

इस प्रकार की प्रतिक्रियां से अब प्रार्थीगणों को यकीन हो गया है कि श्रम निरीक्षक, एजेंट मीना वर्मा बैंक के अधिकारी/कर्मचारी आदि ने कूटरचना रचकर उनकी राशि गबन की है l जिस पर पीड़ित सभी प्रार्थीगणों ने स्थानीय पुलिस थाने में अपराध पंजीबध्द कर दंडात्मक कार्यवाही सहित योजना की उक्त गबन राशि लौटने की भी मांग शपथ पत्र सहित शिकायत पत्र में लिखित में की है l

उक्त संबंध में जिला श्रम पदाधिकारी आजाद सिंह पात्रे का कहना है कि वें उक्त राशि स्वीकृति के बाद यहां पदस्थ हुए है उनके पूर्व जिला श्रम पदाधिकारी तेजेश चंद्राकर व श्रम निरीक्षक मनोज मंडलेश्वर पदस्थ थे l फिलहाल उनके द्वारा अभी शिकायत पत्र अनुसार जॉच कर कार्यवाही करने की बात कही जा रही है l

वर्तमान श्रम निरीक्षक राकेश वर्मा का कहना है कि मैं बाद में आया हूं उस दौरान मंडलेश्वर अथवा यादव श्रम निरीक्षक थे l

वही उक्त संबंध में पूर्व श्रम पदाधिकारी तेजेश चंद्राकर एवं पूर्व श्रम निरीक्षक मनोज मंडलेश्वर से समाचार लिखे जाने तक मोबाईल के माध्यम से सम्पर्क किये जाने की कोशिश की गई किन्तु उनका मोबाईल नेटवर्क कवरेज से बाहर बता रहा था l

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Naresh Ganshani
Naresh Ganshaniनरेश गनशानी (बलोदा बाजार, छत्तीसगढ़)
नरेश गनशानी छत्तीसगढ़ के बलोदा बाजार से विख्यात पत्रकार है, ये गोंडवाना एक्सप्रेस पर बलोदा बाजार-भाटापारा जिले की क्राइम, इंडस्ट्री, संस्कृति आदि की खबरे प्रकाशित करते है।