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बलौदाबाजार : श्रम विभाग की योजना राशि को फर्जी बैंक खाता खोलकर कूटरचना कर राशि गबन मामले में अब तक पुलिस में अपराध पंजीबध्द नहीं हुआ 

11/08/2023 posted by Naresh Ganshani Baloda Bazar    

तीनों पीड़ित आदिवासी महिलाओं ने न्याय हेतु सप्ताह भर पूर्व लगाई थी गुहार

तत्कालीन श्रम निरीक्षक, एजेंट मीना वर्मा सहित बैंक कर्मी के ऊपर लगे थे कई आरोप

जिला पुलिस अधीक्षक ने जॉच कराकर कार्यवाही कराने का दिया आश्वासन

शंका का विषय जिला मुख्यालय के समीप होते आखिर इतनी दूर भाटापारा के बैंक में खाता क्यूँ खुला

बलौदाबाजार l जिला श्रम विभाग बलौदाबाजार के संबंध में सप्ताह भर पूर्व एक बड़ा मामला सामने आया था जिसमें कूटरचना कर छल-धोखे से अनुदान राशि गबन करने की शिकायत मुख्यालय के समीप एक ही ग्राम कोलियारी की तीन पीड़ित आदिवासी महिला तीजन बाई ध्रुव, रम्हीन ध्रुव, टिकेश्वरी ध्रुव सभी ग्राम कोलियारी निवासी ने की है l तीनों पीड़ित महिलाओं ने राज्यपाल, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं उच्च अधिकारियों के समक्ष शपथ पत्र सहित शिकायत पत्र दे कर मामले में कार्यवाही किये जाने सहित अवगत कराया था कि उनके स्व. पति के नाम से श्रम विभाग में छत्तीसगढ़ भवन सन्निर्माण योजना के तहत पंजीयन था जिसके अंतर्गत मृत्यु होने पर मृतक की नॉमिनी को 1 लाख रूपये की अनुदान राशि मिलती है l पति की मृत्यु होने पर योजना का लाभ लेने पीड़ित महिलाये अपने-अपने हिसाब से संयुक्त कलेक्टर कार्यालय बलौदाबाजार के जिला श्रम विभाग कार्यालय पहुंची थी जहां उनकी मुलाकात श्रम निरीक्षक से हुई l पीड़ितों का कहना है कि उक्त श्रम निरीक्षक ने ही उन्हें ग्राम रवान निवासी मीना वर्मा से परिचय कराया कि यह श्रम कार्यालय में एजेंट के रूप में कार्य करती है और मीना वर्मा ही आपको योजना का लाभ दिला सकती है l श्रम निरीक्षक ने सारे दस्तावेज मीना वर्मा के पास जमा करने को कहा और जैसा मीना वर्मा कहेगी वैसा ही करने को कहा गया था l

पीड़ितों के शिकायत पत्र अनुसार श्रम निरीक्षक के मार्गदर्शन में उन्होंने सारे दस्तावेज मीना वर्मा को सौप दिये थे l कुछ दिनों बाद मीना वर्मा अपनी सहेली रुखमणी वर्मा जो समीप ग्राम करमदा में रहती है उनके यहां पीड़ितों को बुलाकर ऑनलाईन आवेदन के नाम पर अपने साथ लाये लैपटॉप कंप्यूटर मशीन में अंगूठे का निशान भी लिया था l पीड़ित महिलाये जब भी श्रम विभाग के श्रम निरीक्षक एवं एजेंट मीना वर्मा से सम्पर्क कर अनुदान राशि की स्वीकृति के बारे में पूछते थे तो उक्त दोनों ही व्यक्ति कोई ना कोई बहाना बना कर हमें वापस भेज देते थे l हाल ही में जब बड़ी मुश्किल मदद के बाद सभी पीड़ितों को ऑनलाईन के माध्यम से पता चला कि दिनांक- 20.10.2021 को यानि 21 माह पूर्व ही सभी की राशि स्वीकृत होकर बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा भाटापारा के खाते में चली गई है जबकि पीड़ितों का कहना है कि हमने कभी भी उक्त बैंक में खाता नहीं खुलवाया l

पीड़ितों के शिकायत पत्र अनुसार वे खुद परेशान है कि बिना उनकी सहमति से आखिर बैंक में खाता खुला कैसे ? इस प्रकार की प्रतिक्रियां से अब प्रार्थीगणों को यकीन हो गया है कि श्रम निरीक्षक, एजेंट मीना वर्मा एवं बैंक के अधिकारी/कर्मचारी आदि ने कूटरचना रचकर उनकी राशि गबन की है l सोचने वाली बात यह भी है कि उक्त महिलाओ के लिए जिला मुख्यालय बलौदाबाजार समीप था फिर उनकी बिना जानकारी के इतनी दूर भाटापारा के बैंक में ही खाता क्यूँ खोला गया इससे भी षड्यंत्र रचना प्रतीत हो रहा है l फिलहाल पीड़ित सभी आदिवासी महिलाओं ने अपराध पंजीबध्द कर दंडात्मक कार्यवाही सहित योजना की उक्त गबन राशि लौटाने की भी मांग शपथ पत्र सहित शिकायत पत्र में लिखित में कर न्याय की गुहार कर रही है l जिस पर पुलिस ने अब तक एफ.आई.आर. दर्ज नहीं की है जो भी शंका का विषय है l

उक्त संबंध में जिला श्रम पदाधिकारी आजाद सिंह पात्रे का कहना है कि प्रार्थीगण पुलिस में एफ.आई.आर. दर्ज करावें, पुलिस कार्यवाही में ही सच सामने आएगा कि आखिर बिना सहमति के खाता खुला कैसे? और कौन-कौन लिप्त है उनका नाम भी सामने आएगा l

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा का कहना है कि उक्त संबंध में आवश्यक जॉच कराकर जल्द अपराध पंजीबध्द कराकर कार्यवाही कराये जाने का आश्वासन दिया है l

उक्त संबंध में मीना वर्मा से पूछे जाने पर बताया गया कि श्रम विभाग में वो पहले एजेंट के रूप में काम करती थी अब नहीं करती है, और केवल श्रम निरीक्षक मंडलेश्वर सर को एवं ग्राम करमदा निवासी रूखमणी वर्मा को जानती हूं, वही मीना वर्मा के द्वारा शिकायतकर्ता तीनों प्रार्थियों को वो निजी तौर से नहीं जानने की बात कही गई है l

वही उक्त संबंध में प्रार्थी टिकेश्वरी ध्रुव ने प्रेस के पास रूखमणी वर्मा से मोबाईल आदि की रिकॉर्डिंग सौपी है, जिसमें बातचीत दौरान रूखमणी वर्मा ने मीना मैडम से मिलाना स्वीकार करते हुए बताया कि जब योजना की राशि आई तो मीना मैडम ने उन्हें भी नहीं बताया और अब शिकायत होने पर मैडम ने बताया कि उन्होंने उक्त राशि को गॉंव की ही अन्य महिलाओ के हाथों सभी प्रार्थियों के पास योजना राशि नगद भेजी थी किन्तु उक्त महिलाओं ने अब तक राशि नहीं दी इसलिए मैडम का इसमें कोई दोष नहीं l

रखमणी वर्मा ग्राम करमदा से उक्त संबंध में जानने का प्रयास किया गया किन्तु लगातार उनका मोबाईल बंद बता रहा है l

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Naresh Ganshani
Naresh Ganshaniनरेश गनशानी (बलोदा बाजार, छत्तीसगढ़)
नरेश गनशानी छत्तीसगढ़ के बलोदा बाजार से विख्यात पत्रकार है, ये गोंडवाना एक्सप्रेस पर बलोदा बाजार-भाटापारा जिले की क्राइम, इंडस्ट्री, संस्कृति आदि की खबरे प्रकाशित करते है।