दिनांक : 12-May-2024 10:39 AM
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Tribal Area News and Welfare

रीता मंडावी के हौसले को सलाम, नक्सलियों से बेखौफ, बखूबी निभा रही सरपंच की जिम्मेदारी

रीता मंडावी के हौसले को सलाम, नक्सलियों से बेखौफ, बखूबी निभा रही सरपंच की जिम्मेदारी

Chhattisgarh, Dantewada, India, Tribal Area News and Welfare
धुर नक्सली क्षेत्र की एक सामान्य सी दिखने वाली महिला रीता मंडावी के हौसल को लोग सलाम कर रहे हैं। नक्सली हिंसा में पति को खोने के बाद भी वे न केवल अपने परिवार को संभाल रही है बल्कि वह एक सरपंच की भूमिका भी मजबूती से निभा रही है। मुरिया जनजाति से तालुक रखने वाली रीता मंडावी सरपंच का मानदेय भी गांव के लोगों के लिए खर्च कर देती हैं। पति के जाने के बाद रीता को बस एक ही बात की चिंता थी कि उसके बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी लेकिन अब मुख्यमंत्री से मिली मदद से रीता की ये चिंता भी दूर हो गई है जिससे वो पहले से भी ज्यादा मजबूत हो गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में कुटरू क्षेत्र के अपने प्रवास के दौरान नक्सली हिंसा की पीड़ित रीता मंडावी को 5 लाख रूपए कि आर्थिक सहायता प्रदान की है। मुख्यमंत्री के हाथों सहायता राशि मिलने के बाद रीता मंडावी का कहना है कि वो इन पैस...
कहीं बासी-बोरे तो कहीं मड़िया पेज, भेंट-मुलाकात में कल्चर को भी दिलचस्प अंदाज में प्रमोट कर रहे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

कहीं बासी-बोरे तो कहीं मड़िया पेज, भेंट-मुलाकात में कल्चर को भी दिलचस्प अंदाज में प्रमोट कर रहे हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

Chhattisgarh, India, Tribal Area News and Welfare
छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा क्षेत्रों में भेंट-मुलाकात के लिए निकले मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपनी योजनाओं का फीड-बैक तो ले ही रहे हैं, साथ ही बड़ी खूबसूरती से प्रदेश की संस्कृति को प्रमोट भी कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान वे ऐसे हर उस मौके का इस्तेमाल कर लेते हैं, जिससे छत्तीसगढ़ की संस्कृति, रीति-रिवाज और खान-पान का राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार हो सके। भेंट-मुलाकात की उनकी हर दोपहर तब और भी ज्यादा दिलचस्प हो जाती है, जब सब की नजरें श्री बघेल की थाली में सजे ठेठ छत्तीसगढ़िया पकवानों पर केंद्रित हो जाती है। उनके लंच में कभी बासी होती है तो कभी मड़िया-पेज, वे कभी पेहटा-तिलौरी का स्वाद ले रहे होते हैं तो कभी लकड़ा-चटनी और कोलियारी भाजी का। सरगुजा संभाग में भेंट-मुलाकात का पहला चरण पूरा हो जाने के बाद 18 मई से बस्तर संभाग में दूसरा चरण शुरु हो चुका है। उन्होंने पहले चरण की शुरुआत राज्य के बिलक...
राष्ट्रीय जनजाति साहित्य महोत्सव : जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए आदिवासी समुदाय ने किए विभिन्न आंदोलन

राष्ट्रीय जनजाति साहित्य महोत्सव : जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए आदिवासी समुदाय ने किए विभिन्न आंदोलन

Chhattisgarh, India, Tribal Area News and Welfare
राजधानी रायपुर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनजाति साहित्य महोत्सव के तीसरे और अंतिम दिन देश के विभिन्न राज्यों के प्रतिभागियों ने शोध पत्र का वाचन किया। आज पंचम सत्र में ’’जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी-भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में इनका संघर्ष, भूमिका एवं योगदान विषय पर शोधार्थियों ने शोध पत्र प्रस्तुत किया गया। शोधार्थियों ने अपने शोध पत्रों में जनजातीय समुदायों द्वारा जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए उनके त्याग और बलिदान का विशेष रूप से उल्लेख किया। पर्यावरणीय नियमों के तहत चलने वाले जनजातीय समाज के लिए अंग्रेजो के कानून अवैध लगे और आंदोलन की राह पकड़ लिए। छत्तीसगढ़ का आदिवासी समुदाय अन्याय, शोषण एवं अत्याचार के विरोध में खड़े हुए। ऐसे आंदोलन से जनता के मनोबल में वृद्धि और संघर्ष की प्रेरणा मिलती थी। आज शोध-पत्र का पठन करते हुए मध्यप्रदेश से आये डॉ मदन सिं...
राज्य सरकार आदिवासी समाज के उत्थान के लिए संकल्पित : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

राज्य सरकार आदिवासी समाज के उत्थान के लिए संकल्पित : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज गरियाबंद जिले के छुरा विकासखंड के ग्राम बोडराबांधा में आयोजित अखिल भारतीय गोंड समाज के महाधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। केन्द्रीय समिति बिंद्रानवागढ़ अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में आदिम जाति कल्याण मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम, संसदीय सचिव एवं आदिवासी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिशुपाल सोरी, संसदीय सचिव श्री इन्द्रशाह मंडावी, अंतागढ़ विधायक श्री अनूप नाग, राजिम विधायक श्री अमितेष शुक्ल, पूर्व विधायक श्री ओंकार शाह एवं समाज के प्रमुख पदाधिकारी एवं बडी संख्या में समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज के देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर समाज की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने महाधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा है कि राज्य सरकार आदिवासी समाज के विकास और उनके हितों के सरंक्षण के लिए दृढ़ संकल्पित ह...
झलमलको लया-लयोर गोटुल रच्चा उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री बघेल

झलमलको लया-लयोर गोटुल रच्चा उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री बघेल

Chhattisgarh, Dantewada, Tribal Area News and Welfare
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज कांकेर जिले के अंतागढ़ विकासखंड के ग्राम आमाकड़ा में झलमलको लया-लयोर गोटुल रच्चा उत्सव में शामिल हुए। स्थानीय संस्कृति, परंपरा, लोकगीतों और लोकनृत्यों को संरक्षित करने के लिए इस उत्सव का आयोजन किया गया था। मुख्यमंत्री ने उत्सव को संबोधित करते हुए क्षेत्र के विकास के लिए कई घोषणाएं की। स्थानीय लोगों ने महुआ फूलों की माला तथा सिर पर मोर पंख व गमछा बांधकर मुख्यमंत्री का परंपरागत तरीके से स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आज आमाकड़ा में साल वृक्षों के बीच सजे मंच पर झलमलको लया-लयोर गोटुल रच्चा उत्सव में कोयलीबेड़ा और आमाबेड़ा को पूर्ण तहसील का दर्जा दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने कोयलीबेड़ा में जिला सहकारी बैंक की स्थापना की भी घोषणा की। उन्होंने स्थानीय संस्कृति के संरक्षण के लिए अंतागढ़ क्षेत्र में 10 गोटुल और 10 देवगुड़ी निर्माण की भी घोषणा की। https://y...
आदिवासियों को जमीनी हक दिलाने का किया जा रहा है लगातार प्रयास : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

आदिवासियों को जमीनी हक दिलाने का किया जा रहा है लगातार प्रयास : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

Chhattisgarh, Dantewada, Tribal Area News and Welfare
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बस्तर प्रवास के दौरान रविवार को आदिवासी समाज के प्रमुखों से आदिवासी वर्ग हेतु संचालित योजनाओं एवं भविष्य के रणनीति पर सार्थक चर्चा की। मुख्यमंत्री द्वारा आदिवासी वर्ग के समाज प्रमुखों से उनके समाज के कल्याण से जुड़ी समस्याओं को स्थानीय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि को अवगत कराने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों को प्राथमिकता एवं गंभीरता के साथ समस्या के निराकरण करने हेतु निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि स्थानीय आदिवासी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन कार्य हेतु ग्राम आसना में स्थापित किये गये ‘‘बस्तर अकादमी ऑफ डांस आर्ट एंड लिट्रेचर’’ के संचालन में समाज प्रमुखों की सक्रिय भूमिका रही है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा आदिवासी वर्ग के कल्याण हेतु निरंतर प्रयास किये जा रहे है। इसी कड़ी में आदिवासियों के विरुद्ध दर्ज 1242 प्रकरणों को वापस...
देवस्थल आस्था के केंद्र के साथ-साथ सांस्कृतिक गौरव : मुख्यमंत्री बघेल

देवस्थल आस्था के केंद्र के साथ-साथ सांस्कृतिक गौरव : मुख्यमंत्री बघेल

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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में कदम-कदम पर स्थापित अनेकों शक्तिपीठों और मंदिरों कों आस्था का केंद्र के साथ सांस्कृतिक गौरव बताया। उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग के सातों जिलों के गांव-गांव में ऐसे अत्यंत प्राचीन मंदिर, प्राचीन प्रतिमाएं और प्राचीन परंपराएं बिखरी पड़ी है। इन प्राचीन वैभव को हमारे सिरहा, गुनिया, बैगा लोगों ने सहेज कर रखा है। वे सही मायने में हमारे सांस्कृतिक दूत हैं। उन्हीं के माध्यम से पुरखों का ज्ञान पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ रहा है। बस्तर की संस्कृति को सहेजना और संवारना है तो हमें सिरहा-गुनिया-बैगा-मांझी के ज्ञान को सहेजना होगा। गांव में देवस्थलों से जुड़े आठ पहरिया और बाजा मोहरिया की पंरपराओं का संरक्षण करना जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज बस्तर विकासखण्ड मुख्यालय के लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में आयोजित सिरहा गुनिया सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने...
ग्रामीणों का जवानों पर बच्चों को करंट लगाने का आरोप, नक्सल मामले में करते हैं प्रताड़ित

ग्रामीणों का जवानों पर बच्चों को करंट लगाने का आरोप, नक्सल मामले में करते हैं प्रताड़ित

Chhattisgarh, Dantewada, Tribal Area News and Welfare
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के धुर नक्सल प्रभावित बेचापाल गांव में पुलिस कैंप के विरोध में सैकड़ों ग्रामीण आंदोलन में बैठे हुए हैं। पिछले 5 महीने से ग्रामीणों का आंदोलन लगातार जारी है। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना ग्राम सभा के इलाके में पुलिस कैंप खोल दिया गया है। पक्की सड़क बनाई जा रही है। नक्सल मामले में लोगों को परेशान किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जवानों पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव के कुछ स्कूली बच्चों को जवानों ने नक्सलियों तक सामान पहुंचाने वाले सप्लायर बताकर करंट लगा प्रताड़ित किया है। जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि हम इतने दिनों से आंदोलन में बैठे हैं, लेकिन राज्य सरकार हमारी नहीं सुन रही है। सरकार के नेता दिल्ली में हुए किसान आंदोलन का समर्थन करते हैं। हमारी परेशानी उनको नजर नहीं आती। क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी भी आंदोलन स्थल आकर गए। जिन्होंने सरकार से बातकर...
कलेक्टर से नाराजगी: सुकमा में सर्व आदिवासी समाज ने कहा-कलेक्टर हमारी समस्या सुनते ही नहीं

कलेक्टर से नाराजगी: सुकमा में सर्व आदिवासी समाज ने कहा-कलेक्टर हमारी समस्या सुनते ही नहीं

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मंगलवार को हजारों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि कलेक्टर विनीत नंदनवार उनकी समस्या नहीं सुनते हैं। इसी के विरोध में सर्व आदिवासी समाज के लोग कलेक्टर को हटाने की मांग को लेकर आंदोलन पर उतर आए। हजारों ग्रामीणों की भीड़ को पुलिस भी नहीं रोक पाई और कलेक्ट्रेट परिसर के मुख्यद्वार को तोड़कर ग्रामीण अंदर घुस आए। जहां जमकर नारेबाजी भी की गई। सर्व आदिवासी समाज के लोगों ने कहा कि, 11 मार्च को समाज के कुछ सदस्य विभिन्न समस्याओं को लेकर कलेक्टर से मिलने के लिए पहुंचे थे। काफी देर तक इंतजार करवाने के बाद भी कलेक्टर विनीत नंदनवार उनसे नहीं मिले। जिसके बाद से ग्रामीणों में उनके प्रति जमकर गुस्सा फूटा। मंगलवार को कोया, गोंड, मुरिया, माड़िया, धुरवा, कलार, धाकड़ गांव समेत सर्व आदिवासी समाज के सभी लोग इकठ्ठा होकर कलेक्टर को हटाने की मांग को लेकर आं...
बस्तर : आत्मनिर्भर होती आकांक्षी जिलों की महिलाएं : केन्द्र ने फिर की तारीफ

बस्तर : आत्मनिर्भर होती आकांक्षी जिलों की महिलाएं : केन्द्र ने फिर की तारीफ

Chhattisgarh, India, Raipur, Tribal Area News and Welfare
नीति आयोग ने आकांक्षी जिले बस्तर में आदिवासी महिलाओं द्वारा संचालित वनोपज आधारित बस्तर फूड फर्म और आकांक्षी जिले दंतेवाड़ा में महुआ से विभिन्न खाद्य उत्पाद तैयार करने की पहल की सराहना करते हुए दो अलग-अलग ट्वीट किए हैं। नीति आयोग ने जनजातीय अर्थव्यवस्था में महुआ के महत्व और बस्तर जिले में शुरू की गई बस्तर फूड फर्म पर ट्वीट किया है। महुआ के महत्व को रेखांकित करते हुए नीति आयोग द्वारा ट्वीट किया गया है- क्या आप जानते है, आंकाक्षी जिले दंतेवाड़ा में, महुआ जनजातीय अर्थव्यवस्था का अभिन्न अंग है? इस ट्वीट में लिखा है कि महुआ पोषण और औषधीय गुणों से भरपूर एक मीठा फूल है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में महुआ से लड्डू, चाय, जैम, जेली और कुकीज जैसे विभिन्न खाद्य पदार्थ बनाए जा रहे हैं। इस ट्वीट में हाईजीन के मापदंडों के साथ किचन में महुआ के उत्पाद तैयार करती महिलाओं और महुआ लड्डू का चित्र दर्शाया गय...