दिनांक : 16-May-2024 02:41 AM
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दुर्घटना मृत्यु में श्रमिकों के परिजनों को अब सहायता राशि पांच लाख, दिव्यांगता की स्थिति में मिलेगी ढाई लाख की राशि

दुर्घटना मृत्यु में श्रमिकों के परिजनों को अब सहायता राशि पांच लाख, दिव्यांगता की स्थिति में मिलेगी ढाई लाख की राशि

Chhattisgarh, Raipur
राज्य स्तरीय श्रम सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने की घोषणा अपंजीकृत श्रमिकों को भी दुर्घटना मृत्यु पर मिलेगा एक लाख रुपए,  50 किमी तक की रेल-बस यात्रा में जारी होगा मासिक टिकट कार्ड नवीन आवास क्रय अथवा निर्माण के लिए निर्माण श्रमिकों को मिलेगा 50 हजार रुपए का अनुदान श्रमिक संसाधन केन्द्र पाटन और आरंग में, श्रमिकों की सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 07713505050 का शुभारंभ किया अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर साइंस कालेज मैदान रायपुर में आयोजित श्रम सम्मेलन के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने श्रमिक हितों में बड़ी घोषणाएं की। उन्होने कार्यस्थल पर दुर्घटना मृत्यु में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के परिजनों को मिलने वाली सहायता राशि एक लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए करने तथा स्थायी दिव्यांगता की स्थिति में इन्हें देय राशि 50 हजार से बढ़ाकर ढाई लाख रुपए करने की घोषणा ...
आदिवासी दिग्गज नेता नंदकुमार साय का बीजेपी से इस्तीफा, कांग्रेस में जाने की अटकले तेज

आदिवासी दिग्गज नेता नंदकुमार साय का बीजेपी से इस्तीफा, कांग्रेस में जाने की अटकले तेज

Chhattisgarh, Politics, Raipur
भाजपा से इस्तीफा देने वाले दिग्गज आदिवासी नेता नंदकुमार साय का कांग्रेस में जाना तय है। सोमवार या मंगलवार को संभवत: उनके कांग्रेस प्रवेश की घोषणा हो जाएगी। भाजपा में कई दिनों से अपने आपको उपेक्षित महसूस कर रहे साय की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य नेताओं से चर्चा हो चुकी है। साय के कांग्रेस में जाते ही उन्हें सत्ता में बड़ा पद दिया जाएगा। संकेत हैं कि उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है। साय को कांग्रेस में ले जाने के लिए कांग्रेस के ही एक स्थानीय नेता ने पृष्ठभूूमि तैयार की है। साय को छत्तीसगढ़ में भाजपा की नींव रखने वाले नेताओं में से एक माना जाता है। पूर्व अध्यक्ष लखीराम अग्रवाल के साथ मिलकर उन्होंने छत्तीसगढ़ में भाजपा का संगठन खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई है। साय छत्तीसगढ़ के प्रथम नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। इसके अलावा 2003 में विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी...
श्रम दिवस पर होगा श्रमवीरों का सम्मान, विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 47.12 करोड़ रूपए की राशि श्रमिकों के बैंक खातों में अंतरित करेंगे

श्रम दिवस पर होगा श्रमवीरों का सम्मान, विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 47.12 करोड़ रूपए की राशि श्रमिकों के बैंक खातों में अंतरित करेंगे

Chhattisgarh, Raipur
आरंग और पाटन में श्रमिक सहायता केन्द्र का वर्चुअल शुभारंभ होगा श्रमिकों के सम्मान में सामूहिक बोरे-बासी भोज का भी होगा आयोजन साईंस कॉलेज मैदान में आयोजित होगा श्रमिक सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस 01 मई के अवसर पर राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दोपहर 12 बजे से श्रमिक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम के अध्यक्षता श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री बघेल लगभग एक लाख श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 47.12 करोड़ रूपए की राशि डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खातों में अंतरित करेंगे और आरंग और पाटन में श्रमिक सहायता केन्द्र का शुभारंभ भी करेंगे। साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित किए जा रहे श्रमिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री बघेल राजीव गांधी भूमिहीन ...
मुख्यमंत्री ने श्रमवीरों को दी मई दिवस की शुभकामनाएं, रायपुर में श्रमिक सम्मेलन में होंगे शामिल

मुख्यमंत्री ने श्रमवीरों को दी मई दिवस की शुभकामनाएं, रायपुर में श्रमिक सम्मेलन में होंगे शामिल

Chhattisgarh, Raipur
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस (मई दिवस) के अवसर पर श्रमवीरों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर  बघेल ने सभी श्रमिकों के सुखमय और उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। बघेल ने कहा है कि एक मई को हर साल हम मेहनतकश श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मजदूर दिवस मनाते हैं। यह श्रमिकों की मेहनत और समर्पण के सम्मान का दिन है। सीएम भूपेश बघेल 1 मई को राजधानी रायपुर में श्रमिक सम्मेलन और कांकेर में आयोजित कर्मा महोत्सव में शामिल होंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल दोपहर 12 बजे राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस पर आयोजित ‘श्रमिक सम्मेलन‘ कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री इसके पश्चात् दोपहर 2.10 बजे रायपुर के पुलिस परेड ग्राउण्ड हेलीपेड से हेलीकॉप्टर द्वारा कांकेर के लिए रवाना होंगे और वहां 2.55 बजे म...
मोमोस और पिज्जा से ज्यादा स्वादिष्ट और सेहदमंद है चावल का बोरे बासी; मजदूर दिवस के दिन छत्तीसगढ़ में मनाया जाएगा बोरे बासी तिहार

मोमोस और पिज्जा से ज्यादा स्वादिष्ट और सेहदमंद है चावल का बोरे बासी; मजदूर दिवस के दिन छत्तीसगढ़ में मनाया जाएगा बोरे बासी तिहार

Chhattisgarh, Raipur
बोरे बासी का नाम जुबां पर आते ही छत्तीसगढ़ के लोगों के जेहन में बोरे बासी के साथ आम की चटनी अर्थात अथान की चटनी, भाजी, दही और बड़ी-बिजौड़ी की सौंधी-सौंधी खुशबू से मन आनंदित हो जाता है। मुंह में पानी और चेहरे में बोरे बासी खाने की लालसा और ललक स्पष्ट दिखाई देती हैं। एक मई श्रमिक दिवस को पूरा छत्तीसगढ़ बोरे बासी तिहार के रूप में मनाया जाएगा। बोरे बासी तिहार का यह दूसरा वर्ष है। छत्तीसगढ़ में पहली बार वर्ष 2022 में एक मई मजदूर दिवस को बोरे बासी तिहार के रूप में मनाया गया। पहले वर्ष ही बोरे बासी तिहार को राज्य के हर वर्ग ने अपने मन से मनाया है। इस वर्ष भी पूरा राज्य बोरे बासी तिहार का इंतजार कर रहा है। युवाओं में लोकप्रिय व्यंजन मोमोस और पिज्जा से ज्यादा स्वादिष्ट और सेहदमंद है। बोरे-बासी तिहार से नई पीढ़ी के लोगों को भी छत्तीसगढ़ की परंपरा और संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री ...
छत्तीसगढ़ के देऊर गांव की महिलाओं का पीएम मोदी ने मन की बात में तारीफ की, गांव में चलाती हैं सफाई अभियान

छत्तीसगढ़ के देऊर गांव की महिलाओं का पीएम मोदी ने मन की बात में तारीफ की, गांव में चलाती हैं सफाई अभियान

Chhattisgarh, Raipur
बेमेतरा जिले के देऊर गांव की महिलाओं का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पसंद आया। मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री ने इन महिलाओं का जिक्र देश में मिसाल के तौर पर किया। उन्होंने कहा- इस कार्यक्रम में हमने देश की महिलाओं की उपलब्धियों पर बात की। इसकी खूब प्रशंसा हुई है। पीएम मोदी ने सेना की महिलाओं और देश की खिलाड़ी महिलाओं का जिक्र करने के बाद उदाहरण के तौर पर छत्तीसगढ़िया महिलाओं का नाम लिया। उन्होंने कहा- छत्तीसगढ़ के देऊर गांव की महिलाएं अच्छा काम कर रही हैं। वो अपने गांव के चौराहों, सड़कों और मंदिरों की सफाई के लिए अभियान चलाती हैं। लोगों को जागरुक करती हैं। ये हैं वो महिलाएं जिनका काम PM को पसंद आया इस समूह में कलिन्द्री सोरी, द्रौपती कुंजाम, हिना नेताम, इंद्राणी, तिजिया, विश्वासा, रामहीन, जामीन, शुकवारो समेत और भी महिला सदस्य शामिल हैं। समूह की अध्यक्ष शांति न...
मुख्यमंत्री बघेल ने बेरोजगारी भत्ता योजना का किया शुभारंभ, सीएम के संबोधन के प्रमुख बिंदु

मुख्यमंत्री बघेल ने बेरोजगारी भत्ता योजना का किया शुभारंभ, सीएम के संबोधन के प्रमुख बिंदु

Chhattisgarh, Raipur
मुख्यमंत्री ने योजना के हितग्राहियों को राशि अंतरित की हितग्राहियों को 25 सौ रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा आज 66 हजार 265 पात्र हितग्राहियों को राशि अंतरित की गयी मुख्यमंत्री निवास में योजना के हितग्राहियों को राशि अंतरण कार्यक्रम इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 24 मार्च को बजट पारित हुआ और 1 अप्रैल से ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू कर दिया। 67 हजार लोगों को आज राशि अंतरित कर दी है। आज सभी से चर्चा भी की। सबने कहा कि आगे की पढ़ाई में इससे मदद मिलेगी। आप लोग अपने सपनों को पूरा करेंगे। आप लोग बहुत स्वाभिमानी है। छोटी छोटी राशि आप स्वयं खर्च कर अपनी तैयारी कर पाएं तो आपको राहत मिलेगी। यह शासन की ओर से आपको छोटा सा सहयोग है। आपको इसके लिए केवल ऑनलाइन आवेदन करना है। डीबीटी से आपको राशि जाएगी। एक महीने में हमने 16 करोड़ रुपये की राशि अंतरित कर दी है। पहले इसके पात्रता नियम काफ...
चन्द्रनाहूँ-कुर्मी क्षत्रिय समाज के सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री, प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने का किया फैसला

चन्द्रनाहूँ-कुर्मी क्षत्रिय समाज के सम्मेलन में शामिल हुए मुख्यमंत्री, प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने का किया फैसला

Chhattisgarh, Raipur
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सरकार अन्नदताओं को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य के अन्नदाताओं की बेहतरी और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने सरकार द्वारा किसानांे से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीदी का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में चल रहे प्रदेशव्यापी भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान किसानों द्वारा 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की मांग के मद्देनजर यह फैसला लिया गया। श्री बघेल आज रायपुर जिले के आरंग विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पारागांव में आयोजित चन्द्रनाहूँ-कुर्मी क्षत्रिय समाज के रायपुर राज अधिवेशन को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम में चन्द्रनाहूं समाज के पूर्वजों को श्रद्धासुमन अर्पित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। उन्होंने सम्मेलन में कहा कि चन्द्रनाहूँ-कुर्मी समाज का इतिहास प्राचीन एवं गौरवशाली रहा है। समाज का संस्कृत...
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को फ्रांस की यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को फ्रांस की यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा

Chhattisgarh, Raipur
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को विश्वप्रसिद्ध सोरबोन यूनिवर्सिटी द्वारा छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सीमित एवं स्थानीय संसाधनों की उपयोगिता के साथ आगे बढ़ाने की विशिष्ट पहल के लिए डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज श्री अरोबिंदो फाउंडेशन द्वारा राजधानी रायपुर स्थित होटल सायाजी में आयोजित सोरबोन यूनिवर्सिटी ऑफ पेरिस, फ्रांस के कार्यक्रम ’ग्लोबल अवार्ड्स 2023’ में शामिल हुए। इस अवसर पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक सुरेश कुमार, सोरबोन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. विवेक, श्री अरोबिंदो योग एवं नॉलेज फाउंडेशन के डायरेक्टर डॉ. समरेन्द्र घोष, डॉ. बी.के. स्थापक, डॉ. संदीप मारवाह, डॉ. विनय अग्रवाल भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की धर्मपत्नी श्रीमती मुक्तेश्वरी बघेल एवं उनके परिवार के लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमं...
मुख्यमंत्री ने किया कृषक सभागार भवन, नव निर्मित क्लस्टर क्लासरूम भवन, महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विवि कैम्प कार्यालय का उद्घाटन

मुख्यमंत्री ने किया कृषक सभागार भवन, नव निर्मित क्लस्टर क्लासरूम भवन, महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विवि कैम्प कार्यालय का उद्घाटन

Chhattisgarh, Raipur
मुख्यमंत्री ने किया कृषक सभागार भवन, नव निर्मित क्लस्टर क्लासरूम भवन, महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विवि कैम्प कार्यालय का उद्घाटन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह प्रदेश कृषि प्रधान प्रदेश है 70 से 80 प्रतिशत लोग कृषि पर आधारित हैं इन चार सालों में कृषि उत्पादन में अत्यधिक वृद्धि हुई है छत्तीसगढ़ में बड़ी मात्रा में खासकर आदिवासी अंचलों में कोदो, कुटकी, रागी का उत्पादन करते हैं । छत्तीसगढ़ सरकार ने कोदो औऱ कुटकी का समर्थन मूल्यनिर्धारित किया और उसकी खरीदी की व्यवस्था भी की है बस्तर कॉफी अब काफी लोकप्रिय हो रहा है हम उसकी मांग की पूर्ति भी नहीं कर पा रहे हैं बस्तर क्षेत्र में पहले किसान मिर्ची की तोड़ाई के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जाया करते थे । अब किसान खुद ही बस्तर में मिर्ची की खेती कर रहे हैं प्रदेश में उद्यानिकी एवं वानिकी के विकास के लिए भरपूर संभावन...