रायपुर पंडित माधवराव सप्रे की 150 वीं जयंती 19 जून के अवसर पर शाम 6 बजे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ‘‘हिंदी का लोकतंत्र’’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय आॅनलाइन अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में शामिल होंगे और वर्ष भर चलने वाले जयंती समारोह का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। समारोह का आयोजन छत्तीसगढ़ मित्र पत्रिका द्वारा संस्कृति विभाग की सहायता से किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल हिंदी की वरिष्ठ साहित्यकार और भारतीय भाषा परिषद् कीे अध्यक्ष डाॅ. कुसुम खेमानी को वर्ष 2021 के पंडित माधवराव सप्रे छत्तीसगढ़ मित्र साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित करेंगे। डॉ. कुसुम खेमानी को वागर्थ पत्रिका के निरंतर प्रकाशन, भारतीय भाषा परिषद् के माध्यम से हिंदी की अतुलनीय सेवा और साहित्यिक योगदान के लिए सम्मानित किया जा रहा है।
डॉ. कुसुम खेमानी को पंडित माधवराव सप्रे छत्तीसगढ़ मित्र साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से करेंगे सम्मानित
समारोह में मुख्यमंत्री श्री बघेल पंडित माधवराव सप्रे पर केंद्रित छत्तीसगढ़ मित्र के विशेष अंक और एक पुस्तक का विमोचन भी करेंगे। इस अवसर पर देश के वरिष्ठ संपादक श्री श्रवण गर्ग हिंदी पत्रकारिता का लोकतंत्र विषय पर मुख्य वक्तव्य देंगे। वेबिनार के प्रथम सत्र की अध्यक्षता कुलपति डॉ. केशरी लाल वर्मा करेंगे। इस सत्र में डॉ. सुशील त्रिवेदी, बुल्गारिया से डॉ. आनंद वर्धन शर्मा, नार्वे से डॉ. शरद आलोक और भोपाल से श्री श्रवण गर्ग विचार व्यक्त करेंगे। 20 जून को सुबह 11 बजकर 30 मिनट से आयोजित सत्र में अनेक विद्वानों को हिंदी नवजागरण, हिंदी की आधुनिकता आदि विषयों पर व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता के जनक और साहित्यकार पंडित माधवराव सप्रे की जयंती 19 जून पर उन्हें याद करते हुए कहा है कि सप्रे जी के रचनात्मक और मूल्यपरक लेखन ने छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता को एक नई दिशा दी है। उनके द्वारा रखी गई नींव पर ही आज छत्तीसगढ़ की पत्रकारिता समृद्ध हो रही है। सन् 1900 में जब प्रकाशन के लिए पर्याप्त सुविधाएं और आधुनिक तकनीकी नहीं थी, उन्होंने वामनराव लाखे जी और रामराव चिंचोलकर जी के सहयोग से पेण्ड्रा में मासिक हिन्दी पत्रिका ‘छत्तीसगढ़ मित्र‘ का सम्पादन और प्रकाशन शुरू किया। सप्रे जी द्वारा रचित कहानी ‘टोकरी भर मिट्टी‘ को भारतीय साहित्य में हिन्दी की पहली मौलिक कहानी का गौरव प्राप्त है।
मुख्यमंत्री ने पंडित माधवराव सप्रे की जयंती पर उन्हें किया याद
श्री बघेल ने कहा कि अपनी लेखनी से छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय और साहित्यिक चेतना को विकसित करने में भी सप्रे जी का अमूल्य योगदान रहा है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उनकी लेखनी ने सैकड़ों सत्याग्रहियों का मार्गदर्शन किया और राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा दी। सप्रे जी जीवन भर देश और साहित्य सेवा में लगे रहे। उनके कई लेख और कृतियां प्रकाशित हुई। उन्होंने अनेक संस्थाओं को जन्म दिया जिनके माध्यम से लोग देश और जन सेवा के लिए आगे आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सप्रे जी का व्यक्तित्व और कृतित्व साहित्यकारों और पत्रकारों सहित आम जनता के लिए भी प्रेरणादायक है।
Author Profile
- "जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।
Latest entries
- Chhattisgarh13/09/2024सरगुजा : पहाड़ी कोरवा महिलाएं सुना रही महतारी वंदन की कहानी, हर महीने विष्णु भैया भेजते हैं रुपए
- Chhattisgarh13/09/2024कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस : अपराधियों के मन में कानून का भय हो, पीड़ितों को त्वरित मिले न्याय : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
- Chhattisgarh13/09/2024शिक्षा की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से बालिकाओं को लाभ के साथ-साथ आत्मविश्वास भी बढ़ा : उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन
- Chhattisgarh13/09/2024एनआरसी में उचित देखभाल एवं पोषण आहार से 11 माह की बच्ची के वजन में हुई वृद्धि, कुपोषण से मिली मुक्ति