छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नशा मुक्ति अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी का वादा किया था। सरकार के साढ़े चार साल पूरे हो गए हैं, प्रदेश में शराबबंदी तो नहीं हुई लेकिन नशामुक्ति के लिए अभियान अब शुरू होने जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि शराब भी नशे का ही हिस्सा है और उससे ज्यादा खतरनाक सूखा नशा है। अगर सभी नशे के खिलाफ अभियान छेड़ें तो एक माहौल बनेगा, और शराबबंदी भी हो सकती है। और नशामुक्ति भी। नशा मुक्ति में शराब, गांजा, सिगरेट, तम्बाकू और सभी आते हैं।
Author Profile
- "जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।
Latest entries
- Chhattisgarh04/05/2024इधर-उधर भागने में राहुल गांधी आगे : अरुण साव
- Chhattisgarh04/05/2024स्वामी आत्मानंद विद्यालयों में एडमिशन की अंतिम तिथि 5 मई
- Chhattisgarh04/05/2024निर्वाचन प्रकिया के सफल संचालन के लिए 1829 सैनिक बल तैनात
- Chhattisgarh04/05/2024अपने महिला नेताओं का अपमान करने वाली कांग्रेस आज नारी न्याय की बात कर रही: विष्णुदेव साय