राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन अवसर पर आज देर रात तक आदिवासी नृत्य दलों ने रंगारंग आकर्षक प्रस्तुतियां दी। गीत, संगीत, नृत्य और रंगों के सम्मोहन में दर्शकों के साथ ही अतिथिगण भी देर रात तक बंधे रहे। ऊपर मंच पर कलाकारों के साथ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, मन्त्रीगण एवं अतिथिगण और नीचे दर्शकों के पैर छत्तीसगढ़ी गाना महुआ झड़े में लगातार थिरकते रहे। दू
सरे प्रदेश के कलाकारों के साथ ही विदेशी कलाकारों ने भी छत्तीसगढ़ गाना में खूब नृत्य किये और छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया के नारा लगाए। मुख्यमन्त्री एवं अतिथिगण एवं कलाकार छत्तीसगढ़ के गाना बजने के दौरान खुद को थिरकने से नहीं रोक पाए। वे काफी देर तक मंच में कदम मिलाते रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाद्ययंत्र भी बजाया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दर्शकों से पूछा कि यह नृत्य हर साल होना चाहिए कि नही, सबका जवाब आया होना चाहिए।
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- "जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।
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