दिनांक : 06-May-2024 06:44 AM
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Chhattisgarh

पढ़े छत्तीसगढ़ राज्य की महत्वपूर्ण खबरे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दास्तान-ए-आजादी कार्यक्रम में हुए शामिल : आजादी के संघर्ष को बयां करते ‘दास्तान-ए-आजादी’ कार्यक्रम सराहनीय

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दास्तान-ए-आजादी कार्यक्रम में हुए शामिल : आजादी के संघर्ष को बयां करते ‘दास्तान-ए-आजादी’ कार्यक्रम सराहनीय

Chhattisgarh
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित ‘दास्तान-ए-आजादी’ कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन श्री दुर्गा देवी शिक्षण समिति, पार्क फाउंडेशन एवं सन्मति वेलफेयर सोसायटी द्वारा संस्कृति विभाग और छत्तीसगढ़ प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन के सहयोग से किया गया। ‘दास्तान-ए-आजादी’ कार्यक्रम में श्री हिमांशु वाजपेयी, सुश्री प्रज्ञा शर्मा, श्री वेदांत भारद्वाज तथा श्री अजय टीपानिया द्वारा भारत की आजादी के इतिहास की रोचक शैली में संगीतमय प्रस्तुति दी गई। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि आज 8 अगस्त है और यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बड़ा ही महत्वपूर्ण दिवस है। 8 अगस्त 1942 को आज ही के दिन महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आन्दोलन का आगाज किया था। यह आन्दोलन पूरे विश्व में अहिंसात्मक आंदोलन का अनूठा उदाह...
छत्तीसगढ़ की भावी पीढ़ी के साथ मिलकर करेंगे सेवा और गढ़ेंगे नवा छत्तीसगढ़ : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

छत्तीसगढ़ की भावी पीढ़ी के साथ मिलकर करेंगे सेवा और गढ़ेंगे नवा छत्तीसगढ़ : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ हमेशा से शांति का टापू रहा है, हमारे पुरखों ने इसे सहेजा है। हम भावी पीढ़ी के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ महतारी की इस धरा की सेवा करें और नवा छत्तीसगढ़ गढ़े। यह संदेश मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बस्तर प्रवास के दौरान आईएनएच न्यूज के संवाद 2023 कार्यक्रम के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बच्चे सुपोषित हो, उन्हें शिक्षा और रोजगार मिले, पिछले पौने पांच सालों में हमने इसे सर्वाेच्च प्राथमिकता दी। पिछले पौने पांच सालों में हमने किसान, मजदूर, आदिवासी, महिलाओं और युवाओं के जेब में लगभग पौने 2 लाख करोड़ रूपए डाले हैं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि आज बस्तर के सुदूर अंचलों में गाड़ियों के शोरूम खुल रहे हैं, इसका मतलब है कि लोगों की जेब में पैसे पहुंचे हैं। हमने कांक्रीट के जंगलों को बढ़ावा नहीं दिया, हम व्यक्ति को इकाई मानकर राज्य का विकास कर रहे हैं। आज छत्तीसगढ़ में बच्चे सुपोषित हो...
31 वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2023 के तहत जिला समन्वयकों एवं स्रोत शिक्षकों की राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित

31 वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2023 के तहत जिला समन्वयकों एवं स्रोत शिक्षकों की राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित

Chhattisgarh
31 वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2023 के तहत ”पारिस्थितिक तंत्र, स्वास्थ्य एवं कल्याण” विषय पर 33 जिला समन्वयकों एवं शिक्षकों की एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन आज रीजनल साईंस सेन्टर रायपुर में किया गया। छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, रायपुर द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन जिला एवं राज्य पर प्रतिवर्ष किया जाता है। राज्य स्तर पर चयनित बाल वैज्ञानिक राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में भाग लेकर अपने मॉडल प्रदर्शित करते हैं। यह कार्यक्रम 10 से 17 वर्ष के बच्चों को एक अवसर प्रदान करता है, जहां वे अपने वैज्ञानिक संकल्पनाओं को मुख्य विषय एवं उपविषयों पर शोध परियोजनाओं मॉडल आदि के द्वारा प्रस्तुत करते हैं। यह कार्यक्रम बच्चों को प्रयोग, आंकड़ा सं...
छत्तीसगढ़ में आवासहीन परिवारों के लिए 8 लाख 62 हजार से अधिक आवास बने : खुद के पक्के मकान का सपना हुआ पूरा

छत्तीसगढ़ में आवासहीन परिवारों के लिए 8 लाख 62 हजार से अधिक आवास बने : खुद के पक्के मकान का सपना हुआ पूरा

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के लिए स्वयं का आवास एक सपने से कम नहीं। ऐसे कई जरूरतमंद परिवारों के खुद के पक्के मकान का सपना अब प्रधानमंत्री आवास योजना से पूरा हो रहा है। उन्हें कच्चे मकानों के ढह जाने की चिंता और बरसात के सीलन भरी दीवारों से अब छुटकारा मिल चुका है। प्रधानमंत्री आवास योजना की मदद से हजारों परिवार अपने खुशियों के पल बिना किसी चिंता के साथ जी रहे हैं। छत्तीसगढ़ में आवासहीन परिवारों के लिए 8 लाख 62 हजार 839 आवास बनाए गए हैं। इसके अलावा 3 लाख 13 हजार 307 मकान बनाए जा रहे हैं, जो जल्द परिवारों को उपलब्ध होंगे। बरसात के सीलन भरी दीवालों से मिला छुटकारा पक्के मकान का सपने लिए परिवारों में से एक कोरिया जिले के ग्राम पंचायत कदरेवा में रहने वाले श्री हीरालाल का परिवार भी था। श्री हीरालाल काफी वर्षों से अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में रहते थे, जहां बारिश के दिनों में छत से पा...
रायपुर : वन भूमि का पट्टा देने में छत्तीसगढ़ देश में अग्रणी राज्य

रायपुर : वन भूमि का पट्टा देने में छत्तीसगढ़ देश में अग्रणी राज्य

Chhattisgarh
छत्तीसगढ प्राकृतिक वन संपदा से सम्पन्न है और यहां सदियों से निवासरत आदिवासी समुदाय के लोगों को राज्य में एक अलग पहचान हैं। यहां की पहचान लोक कला, संस्कृति, रीति रिवाज, नृत्य महोत्सव अपनी गौरवशाली संस्कृति को बनाकर रखी है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आदिवासियों को सभी अधिकार देने की पहल शुरू की। वनांचल क्षेत्र में बरसों से रहने वाले आदिवासी परिवारों को 59 हजार 791 वन अधिकार पत्र दिया गया है। ताकि अपनी काबिज भूमि में खेती-बाड़ी कर आर्थिक तरक्की कर सकें। मुख्यमंत्री ने किसानों की जमीन वापसी, तेंदूपत्ता संग्रहण दर को 2500 रूपए प्रति मानकर बोरा से बढ़ाकर 4 हजार रुपए प्रति मानक बोरा करके किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाई है। वेल्यू एडीशन करके न सिर्फ़ वनवासियों की आय में बढ़ोतरी की है, बल्कि रोजगार के अवसरों का भी निर्माण किया है। छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासी समुदाय के जुड़े हर मसले को पूरी संवेदनशीलत...
दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय पदाधिकारियो द्वारा भिलाई के समारोह मे की गई घोषणा

दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय पदाधिकारियो द्वारा भिलाई के समारोह मे की गई घोषणा

Bhilai
दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय ट्रस्टी चेयरमैन आदरणीय हरीश रावलिया एवं राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आदरणीय भीमराव यशवंतराव आम्बेडकर के निर्देशानुसार संस्था की प्रदेश कार्यकारिणी के पुनर्गठन हेतु दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के अंतर्राष्ट्रीय सचिव व राष्ट्रीय ट्रस्टी मेंबर आदरणीय कैप्टन प्रवीण निखाड़े की अध्यक्षता मे तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आदरणीय एस.के. भंडारे, राष्ट्रीय सचिव आदरणीय बी.एच. गायकवाड़ व पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अनिल मेश्राम के विशेष आतिथ्य मे भिलाई मे बैठक संपन्न हुई जिसमे पूर्व की राज्य व भिलाई शाखा की कार्यकारिणी को भंग कर विनोद बंसोड को छत्तीसगढ़ राज्य का प्रदेश अध्यक्ष तथा बृजेश मेश्राम को भिलाई शाखा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। विनोद बंसोड को दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया प्रदेश कार्यकारिणी इस प्रकार है, विनोद ब...
रायपुर : जूनियर डॉक्टरों ने शिष्यवृत्ति बढ़ाने पर मुख्यमंत्री का जताया आभार

रायपुर : जूनियर डॉक्टरों ने शिष्यवृत्ति बढ़ाने पर मुख्यमंत्री का जताया आभार

Chhattisgarh
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में जूनियर डॉक्टर्स एशोसिएशन के प्रतिनिधिमण्डल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधिमण्डल ने जूनियर डॉक्टर की शिष्यवृत्ति बढ़ाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनका आभार जताया। इस अवसर पर डॉ. राकेश गुप्ता सहित जूनियर डॉक्टर बड़ी संख्या में उपस्थित थे। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की शिष्यवृत्ति में जो बढ़ोत्तरी की है। उसके नवीन दर के अनुसार पीजी प्रथम वर्ष के लिए 53 हजार 550 रूपये से बढ़ाकर 67 हजार 500 रूपये प्रति माह करने का निर्णय लिया है। इसी तरह पीजी द्वितीय वर्ष के लिए 56 हजार 700 रूपये से बढ़ाकर 71 हजार 450 रूपये प्रति माह तथा पीजी तृतीय वर्ष के लिए 59 हजार 200 रूपये से बढ़ाकर 74 हजार 600 रूपये प्रति माह करने का निर्णय लिया है। एम.बी.बी.एस. के इंटर्नशिप के छात्रों के लिए 12 हजार 600 रूपये से बढ़ाकर 15 हजार 900 रू...
रायपुर : सरकार की नीतियों से प्रदेश में आई खुशहाली

रायपुर : सरकार की नीतियों से प्रदेश में आई खुशहाली

Raipur
हमारी सरकार ने सभी वर्ग के लोगों के आर्थिक विकास की योजनाएं तैयार की। न केवल छत्तीसगढ़ आर्थिक विकास की राह पर आगे बढ़ा अपितु छत्तीसगढ़ के लोगों में गौरव भाव भी बढ़ा है। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने एनडीटीवी द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ कान्क्लेव में कही। मुख्यमंत्री ने इस दौरान चर्चा में कहा कि हमने नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास की ठोस नींव रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने 13 हजार नाले रिचार्ज किये। जहां भी यह काम हुआ, 7 सेमी से 13 सेमी तक जलस्तर बढ़ गया। किसानों को काफी लाभ हुआ। एक फसल तो बची ही, दूसरे फसल के लिए भी पानी मिल गया। गरुवा योजना में गौ संरक्षण पर काम किया। 1 लाख 56 हजार हेक्टयर खेत सुरक्षित किये। गौठानों में मुर्गी पालन, मत्स्यपालन जैसी अन्य गतिविधियां शुरू की। 2 लाख से अधिक महिलाओं को रोजगार मिला। हमारे आधे से अधिक गौठा...
विश्व आदिवासी दिवस : ‘छत्तीसगढ़ आदिवासी सांस्कृतिक परंपरा प्रयास से प्रभाव तक’’ विषय पर तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन 9 अगस्त से

विश्व आदिवासी दिवस : ‘छत्तीसगढ़ आदिवासी सांस्कृतिक परंपरा प्रयास से प्रभाव तक’’ विषय पर तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन 9 अगस्त से

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
विश्व आदिवासी दिवस  09  अगस्त  के अवसर पर ‘‘छत्तीसगढ़ आदिवासी सांस्कृतिक परंपरा प्रयास से प्रभाव तक’’ विषय पर  केंद्रित तीन दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। संस्कृति विभाग के सहयोग से यह आयोजन 9 अगस्त से 11 अगस्त 2023 तक कलावीथिका महंत घासीदास संग्राहालय, घडी चौक के पास रायपुर में होगा। कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य छत्तीसगढ़ की जनजातीय जीवन के बारे में फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से जन जन तक पहुंचना और उनकी संस्कृति को मूलरूप में बचाये रखने और उसे संजोने में सहयोग देना है। संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फोटोप्रदर्शनी का शुभारम्भ 9 अगस्त को शाम 6 बजे संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य, श्रीमती उज्ज्वला बघेल (मैंनेजिंग डायरेक्टर) सी.एस.पी.टी.सी.एल, श्री हरीश बघेल रिटायर्ड डी.जी.एम.सी. एस.पी.टी.सी एल, श्री प्रदीप टंडन प्रेसिडेंट जिंदल स्टील एंड पवार लिमिटेड, डॉ. आशुतोष ...
विशेष लेख : रामायण मानस गायन से राममय हुआ छत्तीसगढ़

विशेष लेख : रामायण मानस गायन से राममय हुआ छत्तीसगढ़

Chhattisgarh, India
छत्तीसगढ़ प्रभु श्री राम का ननिहाल भी है। उन्होंने अपने वनवास काल में सर्वाधिक समय छत्तीसगढ़ में बिताया, इसलिए पूरा छत्तीसगढ़ राममय है। भांजा राम की याद में यहां हर परिवार में अपने भांजे में प्रभु श्री राम जैसी छवि देखते है। प्रभु श्री राम के स्मृतियों को ताजा करने के लिए राज्य शासन द्वारा राम वन गमन पथ का निर्माण किया जा रहा है। प्रभु श्री राम के वनवास काल की सुन्दर प्रस्तुति अरण्य काण्ड में है, जिसमें उनके वनवास काल का विवरण है। हाल ही में रायगढ़ में आयोजित रामायण महोत्सव में देश-विदेश की कलाकारों ने सुन्दर प्रस्तुति देकर अरण्य काण्ड को जीवन्त कर दिया। छत्तीसगढ़ में वनवासी राम का सम्पूर्ण जीवन सामाजिक समरसता का प्रतीक है, यहां उन्होंने सदैव समाज के सबसे अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को गले लगाया। राम ने दंडकारण्य की धरती से पूरी दुनिया तक “सम्पूर्ण समाज एक परिवार है” का संदेश दिया। छत्तीसगढ़ ...