दिनांक : 02-May-2024 10:42 AM
Follow us : Youtube | Facebook | Twitter
Shadow

अनुसूचित जाति वर्ग के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण हेतु आवेदन 4 अप्रैल तक आमंत्रित

29/03/2022 posted by Priyanka (Media Desk) Chhattisgarh    

जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए जिले के अनुसूचित जाति वर्ग के बेरोजगार युवक-युवतियों का चयन कर कौशल विकास के माध्यम से प्रशिक्षण सह नियोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भारत सरकार की संस्था सिपेट रायपुर एवं एमएसएमई दुर्ग के प्रस्ताव निगम मुख्यालय रायपुर को मिले है। उनके द्वारा विभिन्न ट्रेड में रायपुर एवं दुर्ग के प्रशिक्षण केन्द्रों में निःशुल्क आयोजित किए जाएंगे. साथ ही आवास और भोजन की व्यवस्था प्रशिक्षणर्थियों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।
सिपेट रायपुर द्वारा मशीन ऑपरेटर-सीएनसी लेथ न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा दसवीं उत्तीर्ण का प्रशिक्षण तीन माह का होगा। इसी प्रकार मशीन ऑपरेटर प्लास्टिक प्रोसेसिंग न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा आठवीं उत्तीर्ण का भी प्रशिक्षण कार्यक्रम तीन माह की अवधि निर्धारित है। एमएसएमई दुर्ग के द्वारा सर्टिफिकेट कोर्स इन सीएनसी ट्रेनिंग और सर्टिफिकेट कोर्स इन मिलिंग का भी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। इन ट्रेड़ो के लिए जांजगीर-चाम्पा जिले को कुल 10 का लक्ष्य मिला है। इसके लिए आगामी 04 अप्रैल 2022 तक अनुसूचित जाति वर्ग के प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले इच्छुक आवेदकों से आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए है। आवेदक कोरा कागज में आवेदन तैयार कर अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित जांजगीर में निर्धारित आवेदन पत्र प्राप्त कर आवेदन कर सकते है। अधिक जानकारी के लिये कार्यालयीन समय में कार्यालय जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति मर्यादित जांजगीर-चांपा भारतीय स्टेट बैंक के बगल में, विश्राम गृह के सामने, पुराना जनपद पंचायत सभा भवन जांजगीर में संपर्क किया जा सकता है। निर्धारित तिथि पश्चात आवेदन स्वीकार नहीं किये जाएंगे।

Author Profile

Priyanka (Media Desk)
Priyanka (Media Desk)प्रियंका (Media Desk)
"जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।