मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों विशेषकर सभी माताओं को हलषष्ठी (हरछठ) की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि हलषष्ठी बलरामजी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन माताएं अपने बच्चों के स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए व्रत रखकर प्रार्थना करती हैं। छत्तीसगढ़ में यह त्यौहार कमरछठ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन घरों और मंदिरों में माताएं इकट्ठा होकर सगरी की पूजा करती हैं। श्री बघेल ने कहा है कि बचाव ही सुरक्षा है, इसे ध्यान में रखते हुए सभी माताएं-बहने पूजा के दौरान कोविड संक्रमण से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
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- "जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।
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