
कोरिया: आदिवासी कृषक महिलायें हस्त निर्मित साबुन का विक्रय कर बढ़ रहीं आर्थिक उन्नति की राह पर’
जिला प्रशासन के मार्गदर्शन एवं कृषि विज्ञान केंद्र के तकनीकी मार्गदर्शन में किसान उत्पादक संगठन एवं स्व-सहायता समूह गणेश, सलका, बैकुंठपुर एवं ओम नमः शिवाय स्व-सहायता समूह, लोहारी, मनेंद्रगढ द्वारा 8 प्रकार के हस्त निर्मित साबुन जैसे लेमन ग्रास और सिंदूर, लेमन ग्रास और हल्दी, पामारोसा और सिंदूर, पामारोसा और हल्दी, लेमन ग्रास और अपराजिता, पामारोसा और अपराजिता, खस और सिंदूर, खस और हल्दी का निर्माण किया जा रहा है। हस्त निर्मित साबुन में सगंध के लिए केवीके प्रक्षेत्र में स्थापित आसवन संयंत्र से निकले लेमन ग्रास, पामारोसा, हल्दी, खस के सुगन्धित तेल का उपयोग किया जा रहा है तथा प्राकृतिक रंग के लिए सिंदूर के बीज, हल्दी एवं अपराजिता के फूलों आदि का उपयोग किया जा रहा है।
दोनों समूहों की महिलाओं में द्वारा अब तक दो-दो हजार विभिन्न प्रकार के साबुन का निर्माण के साथ-साथ पैकिंग का कार्य भी किया गया ...