दिनांक : 26-Apr-2024 10:05 PM
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रायपुर : चुनौतियों से भरा रहा पढ़ई तुंहर दुआर, फिर भी दे गया अमिट छाप

रायपुर : चुनौतियों से भरा रहा पढ़ई तुंहर दुआर, फिर भी दे गया अमिट छाप

Chhattisgarh
गत वर्ष इसी दिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर का शुभारंभ किया गया। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के सफल निर्देशन में कार्यक्रम संचालित किया गया। एक वो दिन था और एक आज का दिन। इस एक साल में भले ही दुनिया के चारों ओर कोरोना पर हाहाकार मचा है, पर दूसरी ओर छत्तीसगढ़ प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में कई परचम लहराये जो, शिक्षण क्षेत्र से जुड़े सभी कर्मठ अधिकारीगण तथा शिक्षकों की मेहनत से ही संभव हो पाया है। छत्तीसगढ़ ही नहीं भारत के अन्य राज्यों में भी इसकी तारीफ की जा रही है। हाल ही में इस योजना को ई-गवर्नेंस अवार्ड कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा प्रदान किया गया है। ज्ञातव्य है कि 25 मार्च 2020 से कोविड महामारी की वजह से स्कूलों को बंद किया गया था जिससे बच्चांे के सीखने की सतत प्रक्रिया बहुत अधिक प्रभावित हुई। ...
पढ़ई तुंहर दुआर : वक्त के पैमाने पर खरा उतरा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम

पढ़ई तुंहर दुआर : वक्त के पैमाने पर खरा उतरा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम

Chhattisgarh
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशन में कोरोना काल में शिक्षा का अलख जगाए रखने के लिए चलाए जा रहे ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर‘‘ कार्यक्रम ने सफलता की नई इबारत लिखी है। कोविड 19 के गंभीर संकटों का सामना कर रही राज्य सरकार के लिए सभी क्षेत्रों में विकास को चलायमान बनाए रखना एक चुनौती थी। लॉकडाउन की वजह से बुरी तरह से प्रभावित अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने सहित लोगों की बुनियादी जरुरते पूरी करने के लिए सरकार पूरी गंभीरता से काम कर रही थी। खासकर बच्चों को महामारी से बचाते हुए शिक्षा उपलब्ध कराने की प्रयासों ने ही ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर‘‘ की रूपरेखा तैयार कर इसका शुभारंभ 7 अप्रैल 2020 को किया गया। ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर‘‘ एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसने न केवल बच्चों को घर बैठे शिक्षा सुलभ कराई गई बल्कि शिक्षा के क्षेत्र मंे अन्य नवाचारों को भी जन्म दिया। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किए गए इस कार्यक्रम की सब...
‘पढ़ई तुहंर दुआर‘: बच्चों को पढ़ाई के साथ मिल रहा तकनीकी ज्ञान : कक्षा 5वीं का छात्र विमल भी बना नायक

‘पढ़ई तुहंर दुआर‘: बच्चों को पढ़ाई के साथ मिल रहा तकनीकी ज्ञान : कक्षा 5वीं का छात्र विमल भी बना नायक

Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में संचालित ‘पढ़ई तुहंर दुआर‘ कार्यक्रम से प्रदेश के सभी बच्चों को लाभ मिल रहा है। इसके साथ ही बच्चें अलग-अलग तरह का तकनीकी ज्ञान भी सीख पा रहे है। पढ़ई तुहंर दुआर कार्यक्रम में शिक्षक-छात्र सहित अधिकारी जो कोविड-19 के दौर में विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं, उन्हें स्कूल शिक्षा विभाग के पोर्टल ‘पढ़ई तुंहर दुआर‘ प्लेटफार्म पर मुख्य पृष्ठ में हमारे नायक के रूप में प्रतिदिन बेहतर कार्य करने वाले छात्र और शिक्षक की सफलता के कहानी लिखकर स्थान दिया जाता है। इसी कड़ी में जिला बिलासपुर विकासखण्ड कोटा के शासकीय प्राथमिक शाला तिलकडीह की पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र विमल सिंह गोंड़ जिसने मोहल्ला क्लास में पढ़ते हुए बहुत सारी कला सीखी है। कहते हैं “मेहनत इतनी खामोशी से करो, कि कामयाबी शोर मचा दे।” छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने राज्य के छात्र-छात्राओं के पढ़ाई के प्र...
पढ़ई तुंहर दुआर: सरगुजिया भाषा में भी अब ब्लॉग

पढ़ई तुंहर दुआर: सरगुजिया भाषा में भी अब ब्लॉग

Chhattisgarh
पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के अंतर्गत मकर सक्रांति 14 जनवरी से हमारे नायक कॉलम में सरगुजा संभाग की लोकप्रिय प्रचलित भाषा में ब्लॉग प्रकाशित किया जा रहा है, जिसमें सरगुजा संभाग से सरगुजा जिले की शिक्षक श्रीमती दीपलता देशमुख शिक्षक और सूरजपुर जिले की अस्थिबाधित दिव्यांग छात्रा कुमारी चिंतामणि राजवाड़े की ब्लॉग अपलोड किया जाएगा। शिक्षक का ब्लॉग, सूरजपुर जिले के ब्लॉग लेखक श्री धर्मानंद गोजे तथा विद्यार्थी का ब्लॉग, बलौदाबाजार जिले की ब्लॉग लेखक श्रीमती सीमा मिश्रा ने लिखा है। ब्लॉग लेखक श्री धर्मानंद गोजे ने दोनों ब्लॉग का सरगुजिया भाषा में अनुवाद किया है। इसके पूर्व हिन्दी और अंग्रेजी भाषा के साथ संस्कृत,छत्तीसगढ़ी भाषा और कुडुख और गोंडी क्षेत्रीय भाषाओं में भी ब्लॉग लेखन किया जा चुका है। दिन-प्रतिदिन हमारे नायक कॉलम के राज्य ब्लॉग लेखक की टीम के द्वारा किए जा रहे नए-नए प्रयास छत्तीसगढ़ की  सं...