कोरिया : किराना दुकान की मालकिन बनकर विमला दीदी कमा रही सालाना 60 हज़ार से अधिक
विमला का हमेशा से सपना था कि वो अपना व्यवसाय करे। जो उनकी पहचान बने और परिवार को भी सहारा मिले। मन मे दबी इस मंशा को पूरा करने के लिए विमला को ज़रूरत थी सही मार्गदर्शन कीए जिसे पूरा किया बिहान ने। घर.परिवार की जिम्मेदारियों के बीच विमला ने अपने लिए समय निकाला और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी। विकासखण्ड बैकुंठपुर के ग्राम आँजोकला की रहने वाली विमला माँ शारदा महिला स्व सहायता समूह के ज़रिए बिहान से जुड़ी।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत महिलाओं एवं युवतियों को स्व.सहायता समूह के रूप में संगठित कर उन्हें प्रेरित कर विभिन्न आजीविका गतिविधियों का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। शासन की महत्वाकांक्षी योजना राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान द्वारा ही विमला ने आजीविका के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त की जिससे उसे अपने किराना दुकान के सपने को ...