दिनांक : 02-Nov-2024 04:45 PM
Follow us : Youtube | Facebook | Twitter
Shadow

योग मनुष्य की शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाता है-मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल

21/06/2022 posted by Priyanka (Media Desk) Chhattisgarh, India    

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ सदन में प्रातः योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को योग दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए लोगों से योग को अपने दिनचर्या में अनिवार्य रूप से शामिल करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमित योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है और मन की एकाग्रता बढ़ती है।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपने संदेश में कहा है कि जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है स्वस्थ रहना। योग मनुष्य की शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है। हम भी अपने जीवन में योग को जोड़े और रोग दूर भगाएं। योग सिर्फ कसरत नहीं है, बल्कि ये एक ऊर्जा के रूप में काम करता है। आप योग को अपनाकर पूरी उम्र सेहतमंद और बीमारियों से बचे रह सकते हैं।

कोरोना काल में यह स्पष्ट हो गया है कि केवल धन-संपदा ही महत्वपूर्ण नही है, बल्कि स्वस्थ तन और स्वस्थ मन दोनों की आवश्यकता होती है। इसलिए तंदुरूस्त रहने के लिए नियमित योग बहुत जरूरी है। योग हमारी प्राचीन परंपरा है। यदि हम सब नियमित रूप से योग करें तो तन भी स्वस्थ रहेगा और मन भी स्वस्थ रहेगा। जीवन में सकारात्मकता आएगी। इसलिए योग नियमित करें, इसका लाभ उठाएं। श्री बघेल ने कहा कि तन और मन दोनों स्वस्थ रहेंगे तो हम किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में हमने सिर्फ भौतिक साधनों को ही सफलता का पैमाना मान लिया है, जबकि स्वस्थ तन और स्वस्थ मन के बिना हर सफलता अधूरी है। कोरोना-संकट के दौर में योग की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है। तन-मन से चुस्त-दुरुस्त रहकर ही हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपने को तेजी से साकार कर सकते हैं।

Author Profile

Priyanka (Media Desk)
Priyanka (Media Desk)प्रियंका (Media Desk)
"जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।