रामकृष्ण मिशन के ंछात्र -छात्राओं से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तनाव से मुक्त रहने से ही परीक्षा में सफलता का सबसे बड़ा मंत्र है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज नारायणपुर में स्कूली बच्चों से चर्चा करते हुए कहा कि परीक्षा की अच्छी तैयारी के साथ ही तनाव मुक्त रहना भी उतना ही जरूरी है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा बच्चों से परीक्षा पर चर्चा का उल्लेख करते हुए कहा कि बच्चे परीक्षा के दिन पूरी तरह शांतचित्त होकर परीक्षा हाल में पहुंचें और किसी भी प्रकार का तनाव न लें। परीक्षा के समय प्रश्नों को भली-भांति पढ़ और समझ लें और सबसे सरल प्रश्नों के उत्तर को सबसे पहले हल करें। उन्होंने परीक्षा के पूर्व पढ़ने के साथ ही लिखने का अधिक से अधिक अभ्यास करने को कहा, जिससे परीक्षा के दौरान लिखने की गति अच्छी रहे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इन बच्चों से कहा कि यहां पर उच्च शिक्षा की समुचित सुविधा के लिए अब नारायपुर में कॉलेज भी खोलने जा रहे हैं, इस पर बच्चों ने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप सहित अनेक जनप्रतिनिधिगण, प्रशासनिक अधिकारी, रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी श्री व्याप्तानंद सहित आश्रम के पदाधिकारी तथा शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित थे।
Author Profile
- "जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।
Latest entries
- Chhattisgarh13/09/2024सरगुजा : पहाड़ी कोरवा महिलाएं सुना रही महतारी वंदन की कहानी, हर महीने विष्णु भैया भेजते हैं रुपए
- Chhattisgarh13/09/2024कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस : अपराधियों के मन में कानून का भय हो, पीड़ितों को त्वरित मिले न्याय : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
- Chhattisgarh13/09/2024शिक्षा की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से बालिकाओं को लाभ के साथ-साथ आत्मविश्वास भी बढ़ा : उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन
- Chhattisgarh13/09/2024एनआरसी में उचित देखभाल एवं पोषण आहार से 11 माह की बच्ची के वजन में हुई वृद्धि, कुपोषण से मिली मुक्ति