दिनांक : 02-May-2024 02:17 AM
Follow us : Youtube | Facebook | Twitter
Shadow

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला प्रशासन की वेबसाइट को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार

07/01/2023 posted by Priyanka (Media Desk) Bilaspur, Chhattisgarh, India    

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला प्रशासन की वेबसाइट को आज नई दिल्ली में नवाचार के लिए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय प्लेटिनम अवार्ड से सम्मानित किया है। विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में बिलासपुर के जिला कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने यह अवार्ड ग्रहण किया।

बिलासपुर जिला प्रशासन द्वारा किये गये नवाचार को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा जिला प्रशासन की वेबसाइट को राष्ट्रीय प्लैटिनम अवार्ड प्रदान किया गया। बिलासपुर जिला प्रशासन की वेबसाइट को बेस्ट वेब एंड मोबाइल इनिशिएटिव कांम्पलांइथ विथ जीआइजीडब्ल्यू एंड एससीबिलिटी गाइडलाइन की श्रेणी के अंतर्गत यह पुरस्कार दिया गया है।

केंद्र सरकार की फ्लैगशिप योजना डिजिटल इंडिया के क्रियान्वयन में बिलासपुर जिले की वेबसाइट ने नवाचार किया है। एनआईसी (राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र) द्वारा तैयार वेबसाइट में केंद्र व राज्य शासन की योजनाओं की जानकारी अपलोड करने के साथ ही दिव्यांगों के लिए भी इसमें विशेष सुविधा दी गई है। दृष्टिबाधित भी साफ्टवेयर के जरिए इस वेबसाइट में दी गई सूचनाओं को सुन सकते हैं। जहां-जहां माउस का कर्सर जाएगा, वहां लिखी जानकारी आवाज में बदल जाएगी। हालांकि अभी यह सुविधा अंग्रेजी में ही है। आने वाले दिनों में हिंदी में भी यह सुविधा दी जाएगी। इसके लिए एनआईसी के तकनीकी विशेषज्ञों ने काम करना शुरू कर दिया है। खास बात ये कि दृष्टिबाधितों के लिए वेबसाइट में विशेष प्रकार का साफ्टवेयर भी अपलोड किया गया है। इसका उपयोग मुफ्त में किया जा सकेगा। इसके लिए अतिरिक्त राशि नहीं देनी पड़ेगी।
इस अवसर पर एनआईसी बिलासपुर के डीआईओ अरविंद यादव और सहायक डीआईओ मनोज कुमार सिंह भी शामिल रहे।

Author Profile

Priyanka (Media Desk)
Priyanka (Media Desk)प्रियंका (Media Desk)
"जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।