दिनांक : 02-May-2024 09:58 PM
Follow us : Youtube | Facebook | Twitter
Shadow

रायपुर : छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों ने खोजा एस्टेरॉयड

19/02/2022 posted by Priyanka (Media Desk) Chhattisgarh, India    

छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों ने खगोल विज्ञान के क्षेत्र में भी अपना परचम लहराया है। उन्होंने नासा के साझेदारी में किए जाने वाले इंटरनेशनल एस्टेरॉयड सर्च कैम्पेन में हिस्सा लिया और एस्टेरॉयड की खोज की। इन्हें एएसएम0123, एएसएम0104 का नाम दिया गया है। यह उपलब्धि स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी विद्यालय मुंगेली के विद्यार्थियों ने हासिल की है, इसके लिए संस्था के शिक्षकों ने शुभकामनाएं दी है।

मुंगेली जिले के स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी विद्यालय मुंगेली के विद्यार्थी अपने रूटिन पढ़ाई के साथ-साथ एस्ट्रोफिजिग्स के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। स्कूल की व्याख्याता सुश्री पारूल ओझा एवं हायर सेकेण्डरी कक्षा के आर्यन कुजुर, प्रांजल श्रीवास्तव समीर बंजारे इत्यादि विद्यार्थियों के समूह ने खगोल विज्ञान के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता एस्टेरॉयड सर्च कैम्पेन में हिस्सेदारी की। इस प्रतियोगिता में अंतरिक्ष में पाए जाने वाले एस्टेरॉयड की खोज के लिए विशेष अभियान चलाया जाता है। इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अभियान में विद्यार्थी द्वारा एक एस्टेरॉयड की खोज की गई है।

उल्लेखनीय है कि इग्नाईट एस्टेरॉयड सर्च कैम्पेन यह एक सिटीजन साइस प्रोग्राम है जिसमें छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले एस्ट्रोनोमिकल डाटा मुहैया कराया जाता है। यह एक विश्व स्तरीय योजना है जिसमें अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसके अन्तर्गत टेलिस्कोप द्वारा चित्र लिए जाते है जिसे बच्चों को सेट में चार चित्र कार्य करने के लिए दिए जाते हैं। इस में छात्रों को एस्ट्रोनोमिकल सॉफ्टवेयर की मदद से मुविंग आजेक्ट की खोज करनी होती है। उसके बाद सिग्नल टू नॉइज रेशियो गति की दिशा आदि प्रापर्टी को चेक करना होता है। सब कुछ सही होने पर एस्टेरोइड को नाम दिया जाता है। नाम देने का भी अपना एक तरीका होता है। जिसमें पहले तीन अल्फाबेट और चार नम्बर होते हैं। भौतिकी के क्षेत्र में एस्टेरॉयड सर्च कैम्पेन के जरिये नये स्टेरोइड की खोज की जाती है।

Author Profile

Priyanka (Media Desk)
Priyanka (Media Desk)प्रियंका (Media Desk)
"जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।