दिनांक : 29-Mar-2024 10:46 AM
Follow us : Youtube | Facebook | Twitter
Shadow

तिरंगा अभियान : ​​​​​​​स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान अपने घर, संस्थान में राष्ट्रीय ध्वज फहराएं : मुख्यमंत्री

03/08/2022 posted by Priyanka (Media Desk) Chhattisgarh, India    

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों से 11 से 17 अगस्त के मध्य मनाए जाने वाले स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान अपने घरों, संस्थानों, दुकानों में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर हमर तिरंगा अभियान को सफल बनाने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता सप्ताह के विशेष डीपी फ्रेम का इस्तेमाल अपनी डीपी में करने की अपील की है।

उन्होंने कहा है कि इस समय पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इसी सिलसिले में 11 से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह भी मनाया जाएगा। इस सप्ताह में हमर तिरंगा अभियान का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा वास्तव में हमारा तिरंगा हमारी आन, बान और शान है। इसमें हमारे पुरखों के सपने हैं, उनका संघर्ष है, बलिदान है, हमारे वीर-जवानों की गौरवगाथा है, त्याग है, शहादत है। हमारा तिरंगा हमारी सफलताओं का उत्सव है। हमारी विविधता में एकता का प्रतीक है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान हर भारतीय नागरिक को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना है और दूसरों को भी प्रेरित करना है इससे हमारी राष्ट्रीय एकता मजबूत होगी और ध्वज के प्रति सम्मान बढ़ेगा।  मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि हरेली तिहार पर जिस तरह छत्तीसगढ़ शासन ने सोशल मीडिया के लिए विशेष डीपी फ्रेम जारी किया था, उसी तरह स्वतंत्रता सप्ताह के लिए भी विशेष डीपी फ्रेम जारी किया जा रहा है। स्वतंत्रता सप्ताह का यह विशेष डीपी फ्रेम तिरंगा-युक्त होगा।

उन्होंने कहा है कि इस महापर्व में प्रत्येक छत्तीसगढ़ की प्रत्येक नागरिक को अपनी भागीदारी निभाएं।

प्रोफाईल फोटो बनाने के लिए क्लिक करें http://twb.nz/hamar-tiranga

Author Profile

Priyanka (Media Desk)
Priyanka (Media Desk)प्रियंका (Media Desk)
"जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।