दिनांक : 16-Apr-2024 12:42 AM
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मनरेगा से बनी डबरी, अब लहलहा रही फसल

मनरेगा से बनी डबरी, अब लहलहा रही फसल

Bilaspur, Chhattisgarh
जिले में महात्मा गांधी नरेगा के कार्यो से ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं। विगत चार बरस में सरकार द्वारा लोगों की बेहतरी के लिए जा रहे प्रयासों की बदौलत ग्रामीणों की दशा और दिशा बदल गयी है। अब न केवल उन्हें रोजगार मिल रहा है बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार आया है। इसी कड़ी में मनरेगा योजना (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत हितग्राहियों के बाड़ी में डबरी और कुंआ बनाया जा रहा है। बाड़ी में डबरी और कुंआ बन जाने से किसानों की सिंचाई जैसी समस्या का समाधान हो जा रहा है। जनपद पंचायत तखतपुर के ग्राम पंचायत राजपुर के किसान श्री लाला राम उन्हीं हितग्राहियों में से है जिन्हें इस योजना का लाभ मिला है। श्री लालाराम की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। उनके पास लगभग एक एकड़ जमीन थी। अब वहां डबरी बन जाने से उनकी सिंचाई के लिए पानी की चिंता दूर हो गई हैं। डबरी में पा...
कोण्डागांव: मनरेगा अंतर्गत छत्तीसगढ़िया सांस्कृतिक जागरूकता ,लोक पर्व छेर-छेरा एवं पुन्नी मना रहे हैं श्रमिक

कोण्डागांव: मनरेगा अंतर्गत छत्तीसगढ़िया सांस्कृतिक जागरूकता ,लोक पर्व छेर-छेरा एवं पुन्नी मना रहे हैं श्रमिक

Chhattisgarh, Kondagaon
जिले के जनपद पंचायत फरसगांव अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़ेडोंगर में चल रहे मनरेगा कार्य समुदाय के लिए परती भूमि का विकास कार्य में संलग्न मनरेगा मजदूरों के द्वारा छेरिक-छेरा पर्व मनाया गया, जो छत्तीसगढ़ की संस्कृति का एक प्रतीक है। यह उत्सव कृषि प्रधान संस्कृति में दानशीलता की परंपरा को याद दिलाता है उत्साह एवं उमंग से जुड़ा छत्तीसगढ़ का मानस लोकपर्व के माध्यम से सामाजिक समरसता को सुदृढ़ करने के लिए आदिकाल से संकल्पित रहा है इस दौरान लोग घर-घर जाकर अन्न का दान मांगते हैं।  वहीं गांव के युवक घर-घर जाकर डंडा नृत्य करते हैं लोक परंपरा के अनुसार पौष महीने की पूर्णिमा को प्रतिवर्ष छेरछेरा का त्यौहार मनाया जाता है इस दिन सुबह से ही बच्च,े युवक व युवतियां हाथ में टोकरी, बोरी आदि लेकर घर-घर छेरछेरा मनाते हैं। वहीं युवाओं की टोली डंडा नृत्य कर घर-घर पहुंचती है धान मिसाई खत्म हो जाने के चलते गांव में घर-घर धा...
मनरेगा से बना कुआं, अब लहलहा रही फसल, तरकारी की खेती से झलिया की आय बढ़ी

मनरेगा से बना कुआं, अब लहलहा रही फसल, तरकारी की खेती से झलिया की आय बढ़ी

Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में बीते तीन साल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने अनेक तरह के सरकारी प्रयास हो रहे हैं। इसी कड़ी में राज्य में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोगजार गारंटी) योजना के तहत हितग्राही समूह के लोगों के खेतों में तालाब और कुआं का निर्माण भी किया जा रहा है। खेतों में तालाब और कुआं बन जाने के ग्रामीण किसानों की सिंचाई जैसी समस्या का समाधान हो रहा है। जशपुर के मनोरा विकासखंड के ग्राम पंचायत सुरजूला की रहने वाली महिला किसान श्रीमती झलिया उन हितग्राहियों में से एक हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ मिला है। अब श्रीमती झलिया के खेत में ही कुआं बन जाने के बाद सिंचाई के पानी के लिए उनकी चिंता दूर हो गई है। वहीं खेत में बने कुआं में पर्याप्त पानी की उपलब्धता के चलते महिला किसान झलिया परम्परागत फसल के बाद सब्जी-तरकारी की खेती कर रही हैं, जिससे उनकी आमदनी भी बढ़ी है। गौरतलब है कि जशपुर छत्त...
मनरेगा में होगी 11 नए लोकपालों की भर्ती, 22 अप्रैल तक कर सकते हैं आवेदन

मनरेगा में होगी 11 नए लोकपालों की भर्ती, 22 अप्रैल तक कर सकते हैं आवेदन

Chhattisgarh, Dantewada
राज्य शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के अंतर्गत 11 नए लोकपालों की नियुक्ति की जाएगी। राज्य मनरेगा कार्यालय द्वारा प्रदेश के 11 जिलों बेमेतरा, कोंडागांव, बीजापुर, नारायणपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बालोद, बलौदाबाजार-भाटापारा, गरियाबंद, सुकमा, सूरजपुर और मुंगेली में लोकपाल के एक-एक पद पर राज्य स्तरीय भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है। इच्छुक अभ्यर्थी इसके लिए 22 अप्रैल 2022 तक, शाम पांच बजे तक अपना आवेदन प्रेषित कर सकते हैं। आवेदक की आयु नियुक्ति के समय 66 वर्ष से कम होनी चाहिए। लोकपाल के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन संबंधी प्रारूप, अर्हता एवं शर्तों की जानकारी वेबसाइट www.cgstate.gov.in और www.mgnrega.cg.nic.in पर अपलोड की गई है। आवेदक अपना आवेदन आयुक्त, महात्मा गांधी नरेगा, विकास आयुक्त कार्यालय, तृ...
ट्रेनिंग के बाद शुरू किया खुद का बिजनेस; अब दिल्ली में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह देंगे अवॉर्ड

ट्रेनिंग के बाद शुरू किया खुद का बिजनेस; अब दिल्ली में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह देंगे अवॉर्ड

Chhattisgarh, Vishesh Lekh
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MNREGA) के तहत दिहाड़ी मजदूरी कर रहे मजदूर ने जिंदगी की नई राह पकड़ी है। कौशल प्रशिक्षण के बाद कई मजदूरों ने खुद का व्यवसाय शुरू किया है। छत्तीसगढ़ के ऐसे छह मजदूरों को केंद्र सरकार सम्मानित करने जा रही है। नई दिल्ली के डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 24 मार्च को आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह इन मजदूरों को सम्मानित करने वाले हैं। अधिकारियों ने बताया, जिन लोगों को इस सम्मान के लिए चुना गया है, उसमें धमतरी जिले की भनपुरी पंचायत निवासी नीतू बाई साहू भी एक हैं। कभी मनरेगा में मजदूरी करने वाली नीतू ने प्रशिक्षण के बाद मशरूम उत्पादन शुरू किया है। धमतरी की ही सारंगपुरी पंचायत निवासी फूलवंती कंवर ने अब मोमबत्ती बनाकर जीविका का नया साधन खड़ा कर लिया है। गरियाबंद जिले के लोहरसी गांव की गीतांजली ध्रुव और पतोरा ...
रायपुर : डबरी, कुआं निर्माण, तालाब गहरीकरण से भू-जल संवर्धन के साथ 52 हजार मजदूरों को मिला रोजगार

रायपुर : डबरी, कुआं निर्माण, तालाब गहरीकरण से भू-जल संवर्धन के साथ 52 हजार मजदूरों को मिला रोजगार

Chhattisgarh
मनरेगा के तहत भू-जल संवर्धन के कार्यों को प्राथमिकता दिया जा रहा है। जशपुर जिले में 3181 डबरी, 1168 कुआं का निर्माण कराया गया है। इसी प्रकार 414 नवीन तालाब निर्माण एवं 251 तालाब गहरीकरण के अलावा नरवा कार्यक्रम के अंतर्गत् गली प्लग 867, ब्रश हुड 1511, बोल्डर चेक 930, गेबियन 78 कार्यो का निर्माण पूर्ण किया गया है। इन कार्यों के पूर्ण होने से 6 हजार 356 हेक्टेयर अतिरिक्त रकबे में सिंचाई सुविधा मिली है। साथ ही क्षेत्र में जल संरक्षण, संवर्धन को बढ़ावा मिलेगा। जशपुर जिले के विभिन्न विकासखण्डों ग्राम पंचायतों में ग्रामवासियों को मनरेगा के तहत् अधिक से अधिक काम देने के लिए कार्य स्वीकृत किया जा रहा है। गांवों में डबरी निर्माण, कुआं निर्माण, तालाब गहरीकरण, मेढ़बंधान, नरवाबंधान, भूमि समतलीकरण  के कार्य स्वीकृति किये जा रहें और उन्हें रोजगार से जोड़ा जा रहा है। वर्तमान में लगभग 52 हजार ग्रामीणजनों क...