दिनांक : 25-Apr-2024 12:20 PM
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रायगढ़ : हरियाली से खुशहाली: 500 एकड़ में वृहत वृक्षारोपण

रायगढ़ : हरियाली से खुशहाली: 500 एकड़ में वृहत वृक्षारोपण

Chhattisgarh, Raigarh
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा की बड़ी पहल, तैयारियों में जुटे विभाग इस मानसून में पेड़ लगाने के साथ उसे जीवित रखने का लक्ष्य लेकर चलेगा अभियान चार ब्लॉक में जापानी मियाबाकी तकनीक से बनेंगे ऑक्सीजोन वृक्षमाला योजना से 12.5 एकड़ नदी तट पर भी लगेंगे पौधे फलदार और मिश्रित पौधों का होगा रोपण रायगढ़, 30 अप्रैल 2023 जिले में वृक्षारोपण को बढ़ावा देने कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के पहल पर पेड़ लगाने के साथ उसे जीवित रखने का लक्ष्य लेकर इस मानसून एक वृहत अभियान शुरू होने जा रहा है। जिसमें करीब 500 एकड़ क्षेत्रफल में पौधे रोपे जायेंगे। इसके लिए सभी संबंधित विभागों ने तैयारी शुरू कर दी है। कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले में अपनी पदस्थापना के बाद से ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया था। इससे जुड़े सभी विभागों की बैठक लेकर उन्होंने एक इंटीग्रेटेड कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए थे। समय-...
बिजली से जगमग हुए सुदूर वनांचल के पांच गांव

बिजली से जगमग हुए सुदूर वनांचल के पांच गांव

Chhattisgarh, Dantewada, Tribal Area News and Welfare
छत्तीसगढ़ सरकार अनवरत प्रयास के चलते अंततः सुकमा जिले के सुदूर वनांचल के नक्सल प्रभावित चार गांव बिजली की रौशनी से जगमग हो उठे हैं। इन पांच गांवों में रहने वाले 653 परिवारों के घर रौशन हो उठे हैं। यह पांच गांव सिलगेर, कोलईगुड़ा, कमारगुड़ा, नागलगुण्डा, और करीगुण्डम है, जो अब तक विद्युत सुविधा से वंचित था। इन गांवों में बिजली पहुंचने से ग्रामीण बेहद खुश है। उनका वर्षाें का सपना पूरा हो गया है। यह यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशा अनुरूप राज्य के सुदूर वनांचल के गांवों और घरों में बिजली पहुंचाने का काम बीते चार वर्षाें से प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार की बिजली बिल हाफ योजना, मुख्यमंत्री अधोसंरचना विकास योजना, मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना, मुख्यमंत्री शहरी विद्युतीकरण योजना से विद्युत अधोसंरचना को नया आधार मिलने के साथ ही उपभोक्ताओं को बिजली बिल ...
गरियाबंद में 400 वनकर्मी 10 दिन से हड़ताल पर,40 फीसदी जंगल आग में तबाह

गरियाबंद में 400 वनकर्मी 10 दिन से हड़ताल पर,40 फीसदी जंगल आग में तबाह

Chhattisgarh
देश को ऑक्सीजन देने वाले छत्तीसगढ़ के जंगल जल रहे हैं। गर्मी में सुलगी आग को वनकर्मियों के आंदोलन ने और भड़का दिया है। अकेले गरियाबंद में ही 40 फीसदी जंगल को आग ने तबाह कर दिया है। इसमें पौधों से लेकर कीमती पेड़ तक शामिल हैं। इसका असर अब वन्यजीवों पर पड़ने लगा है। पर्यावरणविद् भी आगाह कर चुके हैं कि जल्द ध्यान नहीं दिया, तो परिणाम भयावह होंगे। दरअसल, जिले के उदंति और सीतानदी अभयारण्य के 400 वनकर्मी अपनी मांगों को लेकर 10 दिन से हड़ताल पर हैं। वहीं अभयारण्य के इंदागांव, तौरेंगा, उत्तर उंदति के अलावा वन मण्डल के कई जंगलो में सप्ताह भर से भीषण आग लगी हुई है। इस आग के चलते बड़ी वन संपदा खतरे में है। पौधों के साथ कच्चे पेड़ के कीमती लठ्ठे और वन्य जीवों को भी आग ने अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। अफसर बेचैन, कर्मचारी बोले- मांगे पूरी होने तक डटे रहेंगे जंगल में लगी इस आग से अफसर भी बेचैन है।...
छत्तीसगढ़ का पहला मामला:जगदलपुर के धरमपुरा में एक साल से घूम रहा दुर्लभ सफेद कौवा

छत्तीसगढ़ का पहला मामला:जगदलपुर के धरमपुरा में एक साल से घूम रहा दुर्लभ सफेद कौवा

Vishesh Lekh
आपने काले कौवे तो बहुत देखे होंगे लेकिन आपके शहर के पास दलपतसागर से लगे धरमपुरा इलाके में सालभर से एक दुर्लभ सफेद कौवा घूम रहा है। यह कौवा आम कौवे के साथ ही रहता है। इसकी उपस्थिति पर जीव विज्ञानी सालभर से नजर रखे हुए हैं। लगातार शोध के बाद अंतरराष्ट्रीय साइंस जर्नल एंबियंट साइंस में इसका विवरण भी प्रकाशित किया गया। धरमपुरा क्षेत्र बड़े पेड़ों से भरा है। कच्चे से लेकर पक्के मकान तक हैं। जहां इनके रहवास की अच्छी सुविधाएं हैं। एक्सपर्ट व्यू: जानिए, ये कौवा क्यों है सफेद पीजी कॉलेज के जीव विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. सुशील दत्ता के मुताबिक संभवत: छत्तीसगढ़ का यह पहला मामला है। ल्यूसिस्टिक का मतलब रंग कणिकाओं का कम होना होता है। मिलेनिन कणिकाएं पंख और चमड़ी में कम हो जाती हैं इससे ये सफेद दिखते हैं। इनकी सुरक्षा और बचाव जरूरी पक्षी विज्ञानियों के मुताबिक इनकी आवाज में भिन्नता महसूस की जात...