रायपुर : हाट-बाजारों में खरीदारी के साथ अब सेहत भी दो महीने में 08 हजार से अधिक ग्रामीणों का हुआ उपचार
दैनिक जीवन की आपा-धापी में सामान्यतः लोग स्वास्थगत परेशानियों की तब तक अनदेखी करते हैं, जब तक समस्या बढ़ न जाए। जरूरी न हो तब तक लोग अस्पतापल नहीं पहुंचते। कई बार ऐसी लापरवाही कई गंभीर बीमारियों को बढ़ा देती है और उसका पता भी नहीं चल पाता। इसलिए राज्य सरकार लागों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को बढ़ावा दे रही है। आदिवासी अंचलों में हाट-बाजारों में दूर-दूर से ग्रामीण आकर अपने दैनिक जीवन में उपयोग का सामान खरीदते हैैंं। हाट-बाजारों के ग्रामीण जीवन में महत्व को देखते हुए राज्य सरकार ने 02 अक्टूबर 2019 से मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना की शुरूआत की है जिससे ग्रामीण आदिवासियों को खरीदारी के साथ अब सेहत मुफ्त मिलने लगी है। हाट-बाजारों में अधिक से अधिक ग्रामीण आसानी से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। समय रहते बीमारियों की जानकारी होने से उनका समुचित इलाज भी संभव हो सका है ।
मुख्यमंत्...