दिनांक : 19-Apr-2024 02:03 PM
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दन्तेवाड़ा: मत्स्यपालन योजना से बदली जिंदगी

दन्तेवाड़ा: मत्स्यपालन योजना से बदली जिंदगी

Chhattisgarh
कृषक मारो कश्यप पिता लखमा कश्यप कृृषि कार्य के साथ-साथ मछलीपालन का कार्य करता है। जिसके स्वयं की भूमि में 0.40 हेक्टेयर का छोटा सा तालाब है जिसमे मछलीपालन का कार्य करता है। शुरूआत में मछलीपालन की जानकारी नही होने के कारण कृषक को अच्छी आमदनी प्राप्त नही हो रही थी। तालाब में बिना प्रबंधन तथा बिना आहार दिये 80-100 किलो ग्राम तक मछली प्राप्त कर लेता था जिससे कृषक की आय में वृ़िद्ध नहीं हो पा रही थी। मछली पालन विभाग के मत्स्य अधिकारी के सम्पर्क पश्चात मछली पालन से सम्बन्धित उन्नत तकनीकों के बारे में जानकारी कृषक को प्राप्त हुआ तथा विभाग से सम्पर्क कर सघन मछली पालन का कार्य किया गया तथा विभाग से सम्बन्धित हितग्राही मूलक योजनाओं जैसे मत्स्याखेट उपकरण, आईस बाक्स, परिपूरक आहार, मत्स्य बीज का लाभ लेने से मत्स्य उत्पादन में वृद्धि हुई। प्रति वर्ष 4 हजार नग फिंगरलिंग संचयन कृषक के द्वारा किया जा...
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन एवं मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना अंतर्गत आवेदकों से 15 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन एवं मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना अंतर्गत आवेदकों से 15 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित

Chhattisgarh
बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार प्रारंभ करने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एवं मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना राज्य में संचालित है। इसके अंतर्गत इच्छुक एवं पात्र आवेदकों से आवेदन पत्र कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, तृतीय तल, उद्योग भवन, रिंग रोड नं.1, तेलीबांधा रायपुर में 15 फरवरी 2021 तक स्वीकार किए जाएंगे। इच्छुक आवेदक आवश्यक दस्तावेज एवं प्रस्तावित योजना के साथ कार्यालय में संपर्क कर आवेदन जमा कर सकते हैं। इस हेतु कार्यालय में संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों द्वारा उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान करते हुए फार्म पूर्ण कराने हेतु आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इन योजनाओं के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए अधिकारियों से सम्पर्क किया जा सकता है।...
बोधघाट परियोजना का विरोध:दंतेवाड़ा में 5 जिलों के 56 गांव के आदिवासी और ग्रामीण जुटे; कहा- प्राण देंगे, लेकिन बांध के लिए जमीन नहीं

बोधघाट परियोजना का विरोध:दंतेवाड़ा में 5 जिलों के 56 गांव के आदिवासी और ग्रामीण जुटे; कहा- प्राण देंगे, लेकिन बांध के लिए जमीन नहीं

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर बोधघाट बांध परियोजना (पावर प्रोजेक्ट) का विरोध शुरू हो गया है। दंतेवाड़ा की सीमा से लगे गांव में रविवार से ही 5 जिलों के 56 गांवों के आदिवासी और ग्रामीण एकजुट हो गए हैं। आदिवासियों का कहना है कि हम प्राण दे देंगे, लेकिन जमीन नहीं देंगे। यह बांध हमारे खेत और घर को बर्बाद कर देगा। जगदलपुर से करीब 100 किमी दूर इंद्रावती नदी पर बांध बनाया जाना है। हालांकि 8 साल पहले निर्माण कार्य बंद करना पड़ा था। मां दंतेश्वरी जनजाति हित रक्षा समिति की ओर से ग्रामीण बीजापुर के हितलकूडूम गांव में चर्चा कर रहे हैं। तीन दिन चलने वाली इस परिचर्चा के दौरान जो निर्णय होगा, उसके अनुसार आगे की रणनीति तय की जाएगी। इसमें दंतेवाड़ा सहित बस्तर, कोंडागांव, नारायणपुर और बीजापुर जिले के हजारों ग्रामीण शामिल हो रहे हैं। पहले दिन ही करीब 1 हजार ग्रामीण परियोजना का विरोध करने परिचर्चा में शामिल हुए हैं।...