जशपुरनगर | छत्तीसगढ़ के उत्तर पूर्व का सीमावर्ती जिला जशपुर कई विशेषताओं को अपने आप में समेटे हुए है। प्राकृतिक सुंदरता और प्रचुर वन संपदा से भरपूर जशपुर प्रदेश का शिमला है। वहीं, जिला अपनी प्राचीन कला, संस्कृति, आदिवासी जनजीवन एवं समृद्ध परंपरा के मामले में भी पहचान रखता है। अपनी विशेष भौगोलिक स्थिति के […]
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कौन है महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव, जिसका जिक्र पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में किया, जानिए आखिर क्यों उनकी हत्या कर दी गई
जगदलपुर (एजेंसी) | देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बस्तर के जगदलपुर में छत्तीसगढ़ चुनाव 2018 का प्रचार करने आए है। उन्होंने अपने भाषण में कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुआ कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से ही आदिवासियों पर अत्याचार किया है, उनका मज़ाक उड़ाया है। नक्सलियों को विकास की रह में रोड़ा बताते […]
राजा प्रवीर चंद्र भंज देव: छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का वो मसीहा जो राजनीति की भेट चढ़ गया – V
आज हम राजा प्रवीर चंद्र भंज देव: छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का वो मसीहा जो राजनीति की भेट चढ़ गया सीरीज की आखिरी कड़ी पेश कर रहे है। इसमें पढ़िए किस तरह राजा प्रवीर समेत अनेको आदिवासियों को बड़ी ही निर्ममता से गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतर दिया गया। इस कहानी के पिछले भाग […]
राजा प्रवीर चंद्र भंज देव: छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का वो मसीहा जो राजनीति की भेट चढ़ गया – IV
एक समय था, जब बस्तर भारत का सबसे बड़ा जिला था। एक संभाग के रूप में वह आज भी देश के सबसे बड़े संभागों में से एक है। इसमें कुल चार जिले शामिल हैं – बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर और कोंडागांव। यहां की प्रमुख बोली गोंडी और उसकी उपबोली हल्बी है। हल्बी से याद आया कि […]
राजा प्रवीर चंद्र भंज देव: छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का वो मसीहा जो राजनीति की भेट चढ़ गया – III
आजादी के समय भारत में लगभग 565 रियासत थीं, जिनके शासक नवाब या राजा कहलाते थे। आजाद भारत की कई प्रमुख समस्याओं में एक समस्या इन रियासतों के विलय की भी थी। ऐसे कई राजा या नवाब थे जो आजादी और विलय को देशहित में मानते थे। इसीलिए कुछ रियासतों को छोड़ कर अधिकांश रियासतों ने […]
राजा प्रवीर चंद्र भंज देव: छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का वो मसीहा जो राजनीति की भेट चढ़ गया – II
राजा प्रवीर चंद्र भंजदेव ने आदिवासियों के हक के लिए संघर्ष किया। वे आजाद भारत से बहुत उम्मीद रखने वाले रौशनख्याल राजा थे। उन्हें लगता था कि आजाद भारत में आदिवासियों का शोषण अंग्रेजों की तरह नहीं होगा। वे मानते थे कि आदिवासियों को उनकी जमीन पर बहाल करना अब आसान होगा। साथ ही आदिवासियों […]
राजा प्रवीर चंद्र भंज देव: छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का वो मसीहा जो राजनीति की भेट चढ़ गया – I
रियासत काल के प्रथम उड़िया और अंतिम काकतिया शासक प्रवीर चन्द्र भंजदेव आधुनिक बस्तर को दिशा प्रदान करने वाले पहले युगपुरुषों में से एक हैं। सन 1947 में भारत की आज़ादी के बाद मध्यप्रदेश के बस्तर क्षेत्र में (उस समय बस्तर मध्यप्रदेश का हिस्सा थी।) राजा प्रवीर चंद्र भंज देव के नेतृत्व में आदिवासी आंदोलन कांग्रेस के लिए चुनौती […]