दिनांक : 20-Apr-2024 12:38 PM
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मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को जारी की 15.29 करोड़ रूपए की राशि

मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को जारी की 15.29 करोड़ रूपए की राशि

Chhattisgarh, Raipur
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 73वीं किश्त के रूप में 15 करोड़ 29 लाख रूपए की राशि सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 14-31 जुलाई 2023 तक गौठानों में गोबर विक्रय करने वाले ग्रामीण पशुपालक किसानों को 5 करोड़ 60 लाख रूपए तथा गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 9 करोड़ 69 लाख रूपए की राशि जारी की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत तीन वर्षों में गोधन न्याय योजना ने अद्व्तिीय सफलताएं हासिल की है। इस योजना को न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि देश भर में सराहा गया है। देश के अनेक राज्यों ने हमारा अनुशरण करके इस तरह की योजना लागू की हैं। इस योजना के माध्यम से स्व-सहायता समूह की बहनें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनी है।  गोबर विक्रेताओं और गौठान समितियों ने अच्छी आय अर्जित की है। किसान भाईयों में पशुपालन को ल...
गौठानों द्वारा खुद की जमा पूंजी से गोबर खरीदना, गोधन न्याय योजना की सफलता: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

गौठानों द्वारा खुद की जमा पूंजी से गोबर खरीदना, गोधन न्याय योजना की सफलता: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

Chhattisgarh, Raipur
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गौठानों द्वारा खुद की जमा पूंजी से गोबर खरीदना गोधन न्याय योजना की बड़ी सफलता है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के आधे से अधिक गौठान स्वयं के संसाधनों से गोबर की खरीदी कर रहे हैं। राज्य शासन को इन गौठानों को गोबर खरीदने के लिए राशि देने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। गोबर विक्रेताओं को आज भुगतान की गई 4.62 करोड़ रुपए की राशि में से 4270 स्वावलंबी गौठानों द्वारा 2.88 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया तथा कृषि विभाग द्वारा 1.74 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। पिछले पखवाड़े में गोबर खरीदी के लिए प्रदेश के स्वावलंबी गौठनों ने कृषि विभाग की तुलना में अधिक राशि का भुगतान किया है। स्वावलंबी गौठानों द्वारा अब तक अपने संसाधनों से 29.61 करोड़ रूपए की राशि से गोबर की खरीदी की गई है। मुख्यमंत्री श्री बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में गोधन न्या...
गोधन न्याय योजना से संवर रही है भविष्य: गोबर निर्मित गोकाष्ठ, कण्डे, अगरबत्ती, वर्मी वॉश, गोबर कम्पोष्ट की बढ़ रही है मांग

गोधन न्याय योजना से संवर रही है भविष्य: गोबर निर्मित गोकाष्ठ, कण्डे, अगरबत्ती, वर्मी वॉश, गोबर कम्पोष्ट की बढ़ रही है मांग

Chhattisgarh
गोबर से बने उत्पाद गोकाष्ठ, कण्डे, अगरबत्ती और वर्मी वॉश जैसे उत्पाद तैयार और विक्रय कर महिलाएं अपने भविष्य के संवारने के साथ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही है। गोधन न्याय योजना गांव के साथ-साथ शहरी क्षेत्र में भी रोजगार का एक सशक्त माध्यम बन कर उभरी है। नगरपालिक निगम क्षेत्र धमतरी में नवज्योति शहर स्तरीय संघ से जुड़ी 175 महिलाएं गोबर से विविध उत्पाद बना रही है। समूह की महिलाएं शहर से कचरा संग्रहण करने के बाद सुबह आठ से दोपहर तीन बजे दानीटोला वार्ड में स्थित एसआएलएम सेंटर की अलग-अलग यूनिट में वर्मी कम्पोस्ट के अलावा गोकाष्ठ (गोबर की लकड़ी), कण्डे, अगरबत्ती और वर्मी वॉश तैयार करती हैं। संघ की अध्यक्ष श्रीमती मधुलता साहू ने बताया कि निगम क्षेत्र में ऐसे चार सेंटर संचालित हैं, जहां वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जाता है, साथ ही कण्डे, गौकाष्ठ, वर्मी वॉश और अगरबत्ती भी तैयार किए जाते हैं। उन्होंने ...