दिनांक : 29-Mar-2024 04:18 PM
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समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को परेशानी नहीं होनी चाहिए: भूपेश बघेल

समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को परेशानी नहीं होनी चाहिए: भूपेश बघेल

Chhattisgarh, Mahasamund, Raigarh, Raipur
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि धान बेचने वाले किसानांे को समितियां और उपार्जन केन्द्रों में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। धान खरीदी की सभी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए मुख्य सचिव के नेतृत्व में जिलों के प्रभारी सचिव और कलेक्टर मुस्तैद रहें। उन्होंने कहा कि समिति स्तर पर 1 नवम्बर को किसानों की बैठक ली जाए और किसानों से धान आवागमन की प्लानिंग समिति स्तर पर की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश के कारण धान कटाई पूरे तरीके से शुरू नही हुई है। किसानों को धान को सुखाकर लाने के लिए सेंसिटाईस करें, ताकि उन्हें धान बेचने में परेशानी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक वर्ष खरीदे जाने वाले धान में नमी का प्रतिशत 1...
‘टोकन तुंहर हाथ’ एन्ड्रॉयड एप के जरिए पंजीकृत किसान धान विक्रय हेतु घर बैठे ऑनलाइन टोकन सुविधा

‘टोकन तुंहर हाथ’ एन्ड्रॉयड एप के जरिए पंजीकृत किसान धान विक्रय हेतु घर बैठे ऑनलाइन टोकन सुविधा

Chhattisgarh
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर अब समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को धान विक्रय के लिए घर बैठे ऑनलाइन टोकन प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पंजीकृत किसान को धान विक्रय हेतु टोकन जारी करने की प्रक्रिया के सरलीकरण एवं सुव्यवस्थित प्रबंधन के उद्देश्य से एन.आई.सी. द्वारा एन्ड्रॉयड एप ‘‘टोकन तुंहर हाथ’’ विकसित किया गया है। ‘‘टोकन तुंहर हाथ’’ एप की सहायता से प्रत्येक पंजीकृत किसान संबंधित उपार्जन केन्द्र में स्वयं के द्वारा निर्धारित तिथि में धान विक्रय हेतु टोकन प्राप्त कर सकेंगे। इस एप द्वारा किसान को समिति द्वारा दर्ज किसान की जानकारी पंजीकृत रकबा, बैंक खाता, टोकन एवं धान खरीदी आदि की सभी नवीनतम जानकारियां प्राप्त होंगी। इस एप के उपयोग से पंजीकृत किसानों द्वारा संबंधित समिति उपार्जन या उपार्जन केन्द्रों में आगामी 7 दिवस तक टोकन प्राप्त किया जा सकता है।...
कांकेर : धान के बदले रागी की फसल किसानो को कर रहा आकर्षित

कांकेर : धान के बदले रागी की फसल किसानो को कर रहा आकर्षित

Chhattisgarh
भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के ग्राम जामपारा के किसान कोमल यादव का खेत इन दिनों आस पास के गांवो के किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, वजह है ग्रीष्मकालीन धान फसल के बदले रागी (मड़िया) की खेती से। किसान कोमल यादव ने बताया कई वर्षों से खरीफ और रबी मौषम में केवल धान की ही खेती करते आ रहा था, धान के खेती में खर्चा, पानी और मेहनत अधिक लगता था और लाभ कम प्राप्त होता था, तो मैं धान के अलावा अन्य फसल लेने का विचार किया, कृषि विभाग के ग्रमीण कृषि विस्तार अधिकारी के सहयोग एवं मार्गदर्शन से रागी का उन्नत बीज मिला, जिसे पहली बार किसान ने अपने खेत मे लगाया, गर्मी मौषम में लगे रागी की लहलाती फसल और बाली को देख अच्छी पैदावार का अनुमान लगाया जा सकता है। किसान कोमल ने बताया रागी की फ़सल को देखने आस पास के गाँव के किसान रोजाना पहुंच कर फसल के बारे में पूछ रहे है। धान के स्थान पर रागी अच्छा विकल्प - ...
जैविक खेती: राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रोत्साहित होकर लगाया केला, लागत से 6 गुना मिला लाभ

जैविक खेती: राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रोत्साहित होकर लगाया केला, लागत से 6 गुना मिला लाभ

Chhattisgarh
राज्य शासन की कृषि क्षेत्र में संचालित योजनाएं किसानों के लिए लाभदायक साबित हो रही है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना ने आज कृषि को किसानों के लिए वरदान बन गया है। चाहे वह फसल विविधिकरण से मिलने वाला मुनाफा हो या राज्य शासन की ओर से मिलने वाली आदान राशि। आज किसानों को फसल विविधिकरण के माध्यम से अच्छा दाम मिल रहा है, जिससे किसान नगद एवं व्यावसायिक कृषि की ओर अग्रसर हो रहे हैं। विकासखंड बरमकेला के ग्राम बनवासपाली निवासी श्री ईश्वर सिदार के पास 6 हेक्टेयर सिंचित रकबा है। जिसमें श्री सिदार धान की फसल लेते हैं। कृषक श्री ईश्वर सिदार को कृषि विभाग द्वारा खरीफ वर्ष 2021-22 में राजीव गांधी किसान न्याय योजनान्तर्गत धान के बदले दलहन, तिलहन, मक्का और अन्य फसल (उद्यानिकी फसल) को लगाने प्रोत्साहित किया गया। धान के बदले कोई अन्य फसल लेने पर प्रति एकड़ 10 हजार रूपए की आर्थिक सहायता एवं अन्य लाभ के बारे मे...
बिलासपुर के खूंटाघाट डैम से पानी नहीं छोड़ने से फसलों को भारी नुकसान, सूख रहे खेत, फसल हो रही चौपट

बिलासपुर के खूंटाघाट डैम से पानी नहीं छोड़ने से फसलों को भारी नुकसान, सूख रहे खेत, फसल हो रही चौपट

Chhattisgarh
बिलासपुर में रबी फसल के लिए खूंटाघाट से पानी नहीं छोड़ने के कारण किसानों के खेत सूखने लगे हैं और जमीन में दरारें आ रही हैं। इसके चलते फसल चौपट हो रही है। किसानों की मांग के बाद भी जल संसाधन विभाग के अफसर सिंचाई के लिए पानी छोड़ने कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। दरअसल, यहां सिंचित एरिया में आने वाले किसान हर साल गर्मी के दिनों में भी धान की फसल उगाते हैं। लेकिन, इस बार सिंचाई के लिए पानी नहीं देने से उन्हें परेशानी होने लगी है। रतनपुर स्थित खूंटाघाट डैम से हर साल रबी फसल के लिए किसानों को सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जाता है। पानी मिलने की उम्मीद से इस बार भी सीपत क्षेत्र के साथ ही मस्तूरी के किसानों ने रबी फसल लगाया है। खासकर ज्यादातर किसानों ने फिर से यहां धान लगा रखा है। लेकिन, इस बार अभी तक जल संसाधन विभाग ने डैम से पानी नहीं छोड़ा है। सप्ताह भर में पानी मिल जाए, तो बच सकती है फसल कि...
रायपुर : किसानों को अब तक 4 हजार 465 करोड़ रूपए से अधिक का कृषि ऋण वितरित

रायपुर : किसानों को अब तक 4 हजार 465 करोड़ रूपए से अधिक का कृषि ऋण वितरित

Chhattisgarh
इस साल खरीफ सीजन के लिए 5300 करोड़ रूपए कृषि ऋण के रूप में किसानों को उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 4 हजार 465 करोड़ 95 लाख रूपए का ऋण किसानों को दिया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 84 प्रतिशत है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद भी कृषि ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था सहकारी समितियों में की गई है। अब तक किसानों ने 3   लाख 3 हजार 500 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उठाव कृषि ऋण के रूप में किया है, जिसकी कुल कीमत 30 करोड़ 35 लाख रूपए है।...
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बुजुर्ग किसान ने दी ढेरों दुआएं : गरीब मन के दुःख दूर करव अइसने ही चलावा राज-काज

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बुजुर्ग किसान ने दी ढेरों दुआएं : गरीब मन के दुःख दूर करव अइसने ही चलावा राज-काज

Chhattisgarh
मुंगेली जिले के बुजुर्ग किसान लेखचंद पटेल ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की, किसानों और ग्रामीणों के जीवन में बदलाव लाने के लिए शुरू की गई योजनाओं से मिल रहे लाभ को लेकर खूब प्रशंसा की। किसान श्री पटेल ने कर्ज से मुक्ति और अपने जीवन में आए बदलाव की दास्तां को सुनाते -सुनाते भाव विभोर हो उठे। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को किसानों को कर्जे से मुक्ति और फसल का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए ढेरों दुआएं दी। श्री पटेल ने मुख्यमंत्री को दीर्घायु होने और 'गरीब मन के दुःख दूर करव अइसने ही राज-काज चलात राहव' का आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज मुंगेली जिले में विकास एवं निर्माण कार्याें के वर्चुअल लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम करने के बाद जब किसानों और ग्रामीणों से बातचीत कर रहे थे,तब बुजुर्ग किसान लेखचंद पटेल ने कहा कि उनका जीवन कर्जे में डूबा था। छत्तीसगढ़ सरकार की कृषि ऋणमा...
लाख उत्पादन को मिला कृषि का दर्जा, लाख उत्पादक किसानों को भी अब अल्पकालीन कृषि ऋण और ब्याज अनुदान का लाभ

लाख उत्पादन को मिला कृषि का दर्जा, लाख उत्पादक किसानों को भी अब अल्पकालीन कृषि ऋण और ब्याज अनुदान का लाभ

Chhattisgarh
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप छत्तीसगढ़ में लाख उत्पादन को कृषि का दर्जा मिला है। राज्य शासन द्वारा लाख उत्पादक किसानों तथा किसान-समूहों को भी कृषि फसलों के अनुरूप अल्पकालीन कृषि ऋण एवं ऋण पर नियमानुसार ब्याज अनुदान से लाभान्वित करने का आदेश जारी कर दिया गया है। कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त सचिव द्वारा इस संबंध में जारी आदेश में कहा गया है कि कुसुम, पलाश, बेर आदि वृक्षों तथा सेमियालता आदि फसलों पर लाख उत्पादन एवं प्राथमिक प्रसंस्करण के लिए कृषकों अथवा कृषक समूहों को कृषि फसलों के अनुरूप अल्पकालीन कृषि ऋण निर्धारित ऋणमान पर प्रदान किया जाएगा। उन्हें अल्पकालीन कृषिऋण पर नियमानुसार ब्याज अनुदान भी देय होगा। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में लाख की खेती की अपार संभावनाएं है। यहां के कृषकों द्वारा कुसुम, पलाश और बेर के वृक्षों में परंपरागत ...