दिनांक : 21-Apr-2024 04:41 PM
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चिंगरापगार झरने में अचानक आई बाढ़, पर्यटक फंसे, पुलिस ने किया रेस्क्यू

चिंगरापगार झरने में अचानक आई बाढ़, पर्यटक फंसे, पुलिस ने किया रेस्क्यू

Chhattisgarh, Gariabandh
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के चिंगरा पगार झरना गए करीब एक हजार से ज्यादा सैलानी बाढ़ में फंस गए थे। लेकिन अब हालात को काबू में कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक चिंगरा पगार झरना स्थल जाने से पहले पड़ने वाले बरसाती नाला में अचानक बाढ़ आ गई थी। https://youtube.com/shorts/jCCpTpk1G4w?feature=share दरअसल, दोपहर तेज बारिश के बाद झरना व नाले का जलस्तर अचानक बढ़ गया था। सैलानियों के फंसने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस व बाढ़ आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया। राहत व बचाव टीम रस्सी के सहार एक छोर से दूसरे छोर तक लोगों को सुरक्षित निकाला। हालांकि शाम 4 से 5 बजे तक लगभग एक हजार के आसपास लोग नाले के उस पार फंसे हुए थे। घटना कि जानकारी मिलते ही गरियाबंद से पुलिस और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगों का रेस्क्यू करना शुरू किया। देर रात तक सभी को सकुशल नाला पार...
छत्तीसगढ़ में आधे से ज्यादा श्रमिक साक्षर बड़े राज्यों को पछाड़ा, देश में तीसरे नंबर पर

छत्तीसगढ़ में आधे से ज्यादा श्रमिक साक्षर बड़े राज्यों को पछाड़ा, देश में तीसरे नंबर पर

Chhattisgarh, Raipur
हमारे छत्तीसगढ़ के आधे मजदूर यानी 49.8 फीसदी पढ़े- लिखे हैं। इस मामले में उन्होंने बड़े व विकसित राज्य माने जाने वाले गुजरात, तमिलनाडु महाराष्ट्र, तेलंगाना, दिल्ली, राजस्थान, आंध्रप्रदेश आदि को भी पीछे छोड़ दिया है। केवल हिमाचल प्रदेश 58.1 व सिक्किम 58 प्रतिशत ही हमसे आगे है। महिलाओं की बात करें तो वे देश में तीसरे नंबर पर हैं। हमारी 39.2 प्रतिशत महिलाएं साक्षर हैं। उनसे आगे केवल सिक्किम 47.5 व हिमाचल प्रदेश 52.3 हैं। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की ताजा वार्षिक रिपोर्ट -2022 के अनुसार छत्तीसगढ़ में 60 प्रतिशत पुरुष मजदूर पढ़े-लिखे हैं। जबकि दादरा - नागर हवेली में 70.1 व सिक्किम 67.7 प्रतिशत सीजी से आगे हैं। एपी में 62.5, गुजरात में 67.7, कर्नाटक में 61.2, पंजाब व तमिलनाडु में 61.1, त्रिपुरा में 60.7 एमपी में 61 प्रतिशत पुरुष श्रमिक शिक्षित हैं। मध्यप्रदेश में केवल 30....
राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने कहा- मॉडलिंग में फेल होकर संत बना है कालीचरण, RSS का छोड़ा हुआ तीर

राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने कहा- मॉडलिंग में फेल होकर संत बना है कालीचरण, RSS का छोड़ा हुआ तीर

Chhattisgarh, Politics
राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में संत कालीचरण के महात्मा गांधी को अपशब्द कहने के बाद सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। बुधवार को बिलासपुर पहुंचे छत्तीसगढ़ राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने संत कालीचरण को RSS का छोड़ा हुआ तीर बताया है। उन्होंने कहा कि मॉडलिंग में फेल होने के बाद कालीचरण ने संत का रूपधारण किया है। छत्तीसगढ़ में इस तरह का काला कारनामा नहीं चलेगा। उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। सुरेंद्र शर्मा यहां विभागीय समीक्षा बैठक लेने के बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा और प्रेम का संदेश देने वाले गांधी जी को गाली देना कालीचरण का काला कारनामा था। उसे बहुत बड़ा दंड मिलना चाहिए। ताकि समाज में ऐसे कोई भी महापुरुषों पर अभद्र टिप्पणी करने से बचे। कालीचरण साधु नहीं है। वह रावण की तरह साधु बना और कालनेमी भी साधु बना था। का...