दिनांक : 28-Mar-2023 08:10 PM   रायपुर, छत्तीसगढ़ से प्रकाशन   संस्थापक : पूज्य श्री स्व. भरत दुदानी जी
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दंतेश्वरी मंदिर में ताड़ के पत्तों से जली होलिका, राज परिवार के सदस्य ने निभाई अनूठी रस्में

दंतेश्वरी मंदिर में ताड़ के पत्तों से जली होलिका, राज परिवार के सदस्य ने निभाई अनूठी रस्में

Chhattisgarh, Dantewada
छत्तीसगढ़ के बस्तर में होली को लेकर कई ऐतिहासिक परंपराएं हैं। सबसे पहले आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के मंदिर में ताड़ के पत्तों की होलिका जलाई गई। यहां से जलते अंगार को माड़पाल लाया गया। इसी से बस्तर राज परिवार के सदस्य कमलचंद भंजदेव ने होलिका दहन किया। भंजदेव ने करीब 700 साल पुरानी परंपरा के अनुसार दंतेश्वरी मंदिर के सामने एक साथ दो होलिका दहन की अनूठी रस्में निभाई। इसे जोड़ा होली भी कहा जाता है। बस्तर के धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास में इन परंपराओं का विशेष महत्व है। बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के मंदिर में ताड़ के पत्तों से होलिका दहन किया गया है। यह रस्म भी सालों से चली आ रही है। लगभग 11 दिनों तक चलने वाले विश्व प्रसिद्ध फागुन मड़ई के पहले दिन ही पूरे विधि-विधान से ताड़फलंगा की रस्म पूरी की गई थी। दंतेश्वरी सरोवर में ताड़ के पत्तों को पहले धोया गया। फिर पूजा कर इन्हें रखा गया। जिसक...
बदलता दन्तेवाड़ाः नई तस्वीर : प्रधानमंत्री आवास योजना से मिली कच्ची छत को पक्का आशियाना

बदलता दन्तेवाड़ाः नई तस्वीर : प्रधानमंत्री आवास योजना से मिली कच्ची छत को पक्का आशियाना

Chhattisgarh, Dantewada
अपने सपनों को पूरा होते देखना किसी चमत्कार से कम नहीं है। ये कहानी है श्रीमती सुंदरा एक मध्यम वर्गीय कृषक परिवार जो कि जनपद पंचायत गीदम के अंतर्गत ग्राम पंचायत गुमड़ा के पटेलपारा की निवासी है सुंदरा अपने परिवार की जीवन यापन के लिए कृषि एवं मजदूरी पर निर्भर रहती है। कुछ समय पूर्व पति की असमय मृत्यु होने हो जाने से घर एवं एकमात्र पुत्री की संपूर्ण जिम्मेदारी सुंदरा के कंधे पर आ गयी। घर में अन्य पुरुष सदस्य न होने एवं खेती से जीवन यापन सही तरीके से नहीं चलने के कारण सुंदरा के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, जिससे उसकी अपने स्वर्गीय पति के साथ संजोये स्वयं के पक्के आवास का सपना पूर्ण करना असंभव प्रतीत हो रहा था तथा वह जर्जर कच्चा एवं घास फूस से बने घर में निवास करने में विवश थी। इसी बीच केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के बारे में पता चला योजना तहत 2018-...
स्व सहायता समूह की महिलाएं साग-सब्जी, फल-फूल से तैयार कर रही हैं हर्बल गुलाल

स्व सहायता समूह की महिलाएं साग-सब्जी, फल-फूल से तैयार कर रही हैं हर्बल गुलाल

Chhattisgarh, Jagdalpur
होली त्यौहार को देखते हुए जिले के गौठान की 12 स्व सहायता समूह की लगभग 100 महिलाए हर्बल गुलाल बना रही हैं। महिलाएं पालक से हरा, लाल भाजी से लाल, हल्दी से पीला, चुकन्दर से कथा गुलाल बना रही हैं। स्थानीय साग-सब्जी और फल-फूल का उपयोग कर रही है। जिला प्रशासन समूह की महिलाओं को सीजन अनुसार सामग्री बनाने के लिए निरंतर प्रोत्साहित भी करती है। महिलाओं को कृषि विज्ञान केन्द्र डुमर बहार के माध्यम से गुलाल बनाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है। वर्तमान में कांसाबेल विकासखण्ड के बटईकेला में पार्वती स्व सहायता समूह, कुनकुरी विकासखण्ड दुर्गा स्व सहायता समूह, दुलदुला विकासखण्ड के ज्योति स्व सहायता समूह, पत्थलगांव विकासखण्ड के जीवन सरना स्व सहायता समूह, जशपुर विकासखण्ड के सिनगी स्व सहायता समूह, बगीचा विकासखण्ड के नटकेला के विकास स्व सहायता समूह और राजा रानी स्व सहायता समूह गुलाल तैयार कर रही हैं। मह...
26 फरवरी से शुरू होगी विश्व प्रसिद्ध फागुन मड़ई: दंतेश्वरी मंदिर में हर दिन निभाई जाएगी रस्में, 9 मार्च तक चलेगा मेला

26 फरवरी से शुरू होगी विश्व प्रसिद्ध फागुन मड़ई: दंतेश्वरी मंदिर में हर दिन निभाई जाएगी रस्में, 9 मार्च तक चलेगा मेला

Chhattisgarh, Dantewada, Tourism, Tribal Area News and Welfare
छत्तीसगढ़ में बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के दरबार में 26 फरवरी से फागुन मड़ई (मेला) शुरू होगा, जो 9 मार्च तक चलेगा। सालों से चली आ रही परंपरा के अनुसार कलश स्थापना के साथ मड़ई की शुरुआत होगी। परंपरा अनुसार फागुन मड़ई में सैकड़ों क्षेत्रीय देवी-देवता भी शामिल होंगे। दंतेवाड़ा MLA देवती कर्मा, कलेक्टर विनीत नंदनवार ने टेंपल कमेटी की बैठक ली। जिसमें फागुन मड़ई के आयोजन के लिए रूपरेखा तैयार की गई है। फागुन मेला के पहले दिन सालों से चली आ रही परंपरा अनुसार पहले दिन कलश स्थापना की जाएगी। वहीं देवी की प्रथम पालकी निकाली जाएगी। शक्तिपीठ मां दंतेश्वरी के मंदिर से नारायण मंदिर तक पालकी निकलेगी। फागुन मड़ई में शामिल होने कई क्षेत्रीय देवी-देवताओं को भी आमंत्रित किया गया है। 26 फरवरी से शुरू होने वाली मड़ई 9 मार्च तक क्षेत्रीय देवी देवताओं की विदाई तक चलेगी। इस दिन होगी ये रस्में 26 फरवरी ...
नारायणपुर : तकनीकी सहायक पद हेतु 20 फरवरी तक आवेदन पत्र आमंत्रित

नारायणपुर : तकनीकी सहायक पद हेतु 20 फरवरी तक आवेदन पत्र आमंत्रित

Career, Chhattisgarh, Dantewada
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री देवेश कुमार ध्रुव ने बताया कि जिला पंचायत नारायणपुर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत जिला स्तर पर रिक्त तकनीकी सहायक 03 पद (अनारक्षित 02 एवं अजजा 01) की संविदा नियुक्ति हेतु वांछित अर्हताधारी एवं इच्छुक अभ्यर्थीयों के लिये आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये हैं। आवेदक 20 फरवरी 2023 शाम 5 बजे तक स्पीड पोस्ट अथवा पंजीकृत डाक से ही आवेदन प्रस्तुत कर सकते है। आवेदन का प्रारूप, आरक्षण स्थिति, शैक्षणिक योग्यता एवं अन्य विस्तृत जानकारी हेतु वेब साईटwww.cgstate.gov.in   www.narayanpur.gov.inएवं कार्यालय के सूचना पटल पर चस्पा कर दी गई है, जिसका अवलोकन किया जा सकता है।...
उत्तर बस्तर कांकेर: लैब टेक्नीशियन की सीधी भर्ती हेतु काउंसिलिंग 13 को

उत्तर बस्तर कांकेर: लैब टेक्नीशियन की सीधी भर्ती हेतु काउंसिलिंग 13 को

Career, Chhattisgarh, Kanker
विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड बस्तर संभाग से परीक्षा उपरांत मेरिट सूची जारी किया गया था। चयन समिति द्वारा दावा-आपत्ति निराकरण उपरांत मेरिट सूची जारी किया गया है, जिसमेंलैब टेक्नीशियन की भर्ती हेतु शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कांकेर में 13 फरवरी को प्रातः 10 बजे से काउंसलिंग का आयोजन किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए कांकेर जिले के वेबसाईट   www.kanker.gov.in  अथवा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कांकेर की वेबसाईट  www.gmckanker.in  में डाउनलोड कर अभ्यर्थी मेरिट सूची का अवलोकन कर सकते हैं। उक्त काउंसलिंग में मेरिट सूची के पात्र अभ्यर्थी समस्त मूल दस्तावेजों एवं उनकी दो सेट स्व-प्रमाणित  छायाप्रति तथा 01 नवीन फोटोग्राफ के साथ उक्त प्रोफार्मा को भरकर काउंसिलिंग तिथि को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कांकेर में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे। काउंसिलिंग में अनुपस्थित अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिय...
बस्तर आएंगे BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा:जगदलपुर में आम सभा को करेंगे संबोधित

बस्तर आएंगे BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा:जगदलपुर में आम सभा को करेंगे संबोधित

Chhattisgarh, Jagdalpur
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 11 फरवरी को छ्त्तीसगढ़ के बस्तर आएंगे। वे जगदलपुर में आमसभा को संबोधित करेंगे। साथ ही इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। इसके अलावा कई कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। जेपी नड्डा के बस्तर प्रवास को लेकर भाजपा पार्टी स्तर पर तैयारियों में जुट गई है। छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होना है। कांग्रेस, भाजपा समेत राजनीतिक दल प्रदेश में अपनी सरकार बनाने की तैयारियों में जुट गए हैं। पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक पार्टी के दिग्गज नेता CG के विभिन्न मुख्य विधानसभा क्षेत्रों का दौरा भी कर रहे हैं। राजनीतिक दृष्टि से अगर देखा जाए तो कोई भी राजनीतिक पार्टी बस्तर की सारी 12 विधानसभा सीटों को जीत जाए तो सत्ता का रास्ता आसान होता है। इसलिए सभी पार्टी बस्तर पर ज्यादा फोकस कर रही है।...
कांकेर: सीताराम को मिल रही है सौर ऊर्जा से मछली पालन एवं सब्जी की खेती में सुविधा

कांकेर: सीताराम को मिल रही है सौर ऊर्जा से मछली पालन एवं सब्जी की खेती में सुविधा

Chhattisgarh, Kanker
जिले के पहुंचविहीन एवं अविद्युतीकृत क्षेत्रों में सौर सुजला योजना के माध्यम से सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सैकड़ों किसान अपने खेतों में सौर ऊर्जा से सोलर पंप लगाकर खेंतों की सिंचाई कर रहे है। सौर ऊर्जा से पंप चनले से किसानों को विद्युत विभाग के चक्कर लगाने तथा लो वोल्टेज की समस्या से राहत मिल रही है और बार-बार बिजली गुल जैसी समस्या तथा भारी भरकम बिजली बिलों से छुटकारा मिल रहा है। दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के ग्राम सुरूंगदोह के किसान सीताराम ने बताया कि उनकी खेत पहाड़ी क्षेत्र में होने के कारण विद्युत लाईन पहुंच पाना असंभव था, जिस पर वह सिंचाई सुविधा के अभाव में सिर्फ वर्शा आधारित खेती करते थे। जब उन्हे सौर सुजला योजना के बारे में जानकारी मिली तो अपने जमीन पर तीन हार्स पावर के सोलर पंप स्थापित कर लिया, उसके बाद अपने खेत में मक्का उत्पादन कर रहे है साथ ही मछली पालन, सब्जी की खेती कर र...
राजा प्रवीर चंद्र भंज देव: छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का वो मसीहा जो राजनीति की भेट चढ़ गया – II

राजा प्रवीर चंद्र भंज देव: छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का वो मसीहा जो राजनीति की भेट चढ़ गया – II

Chhattisgarh, Tribal Area News and Welfare, Vishesh Lekh
राजा प्रवीर चंद्र भंजदेव ने आदिवासियों के हक के लिए संघर्ष किया। वे आजाद भारत से बहुत उम्मीद रखने वाले रौशनख्याल राजा थे। उन्हें लगता था कि आजाद भारत में आदिवासियों का शोषण अंग्रेजों की तरह नहीं होगा। वे मानते थे कि आदिवासियों को उनकी जमीन पर बहाल करना अब आसान होगा। साथ ही आदिवासियों को भी विकास की प्रक्रिया का हिस्सा बनने का अवसर प्राप्त होगा। एक तरह से वे आजादी को बस्तर के पूर्ण विकास के लिए एक बेहतरीन अवसर के रूप में देखते थे। नए रंग और देश की आजादी व रियासतों के विलय से बस्तर नरेश और काकतीय वंश के अंतिम राजा प्रवीर चंद भंजदेव बहुत आशान्वित थे। प्रवीर के सामाजिक जीवन की पहली झलक मिलती है सन 1950  में जगदलपुर राजमहल परिसर में आयोजित मध्यप्रादेशिक हिंदी साहित्य सम्मलेन में, जिसमे उन्होंने आदिवासी समाज, उनकी शिक्षा और विकास को लेकर अपने विचार रखे थे। उनके भाषण के कुछ अंश यहाँ प्रस्तुत क...

छत्तीसगढ़ी पेंट के आगे मल्टी नेशनल रंग पड़े फीके

Chhattisgarh, Raipur
गांवों में लिपाई-पुताई के काम आने वाले गोबर से अब इमल्शन और डिस्टेंपर पेंट तैयार किए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ की महिलाओं का बनाया गया पेंट मल्टी नेशनल कंपनियों को टक्कर दे रहा है। पेंट निर्माण में मल्टी नेशनल कंपनियों के एकाधिकार को गांवों की महिलाएं तोड़ रही हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे इस उच्च गुणवत्ता के पेंट को देखते हुए सभी शासकीय भवनों की पुताई कराने के निर्देश दिए हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा इसके लिए एसओआर भी जारी कर दिया गया है। राजधानी रायपुर के जरवाय गौठान, दुर्ग जिले के गांव लिटिया और कांकेर के सराधुननवागांव में गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने का कार्य शुरू किया गया है। पेंट निर्माण में अमूमन मल्टी नेशनल कंपनियां ही काबिज थीं लेकिन अब ग्रामीण महिलाएं भी इस क्षेत्र में मजबूती से कदम रख चुकी हैं। गोबर से बनने वाला प्राकृतिक पेंट बिल्कुल मल्टी नेशनल कंपनियों के...