रायपुर | प्रदेश में सियासी माहौल गर्म है। पक्ष और विपक्ष के नेताओं में तनातनी जारी है। कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के जवाब में पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने बयान दिए। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि उन्होंने 15 साल तक पूरी पारदर्शिता के साथ काम किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनी। कांग्रेस की 18 महीने की सरकार को अब प्रश्न करने का अधिकार नहीं है। विपक्ष प्रश्न करेगा। सरकार को कार्यवाही करनी है।
रमन सिंह का ट्वीट
मैं रमन सिंह से “डॉ. रमन” अपनी लगन से बना।
मुझे “विधायक” प्रदेश की जनता ने चुना।
“राष्ट्रीय उपाध्यक्ष” का दायित्व मुझे मेरी पार्टी ने दिया।लेकिन प्रत्येक छत्तीसगढ़वासी को निर्वाचित सरकार से प्रश्न करने का समान अधिकार बाबा साहब के संविधान ने प्रदान किया है @bhupeshbaghel जी।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) July 7, 2020
रमन ने कहा कि 2002 से 2003 तक विधायकों के खरीद-फरोख्त की सरकार थी। सड़क, बिजली और अर्थव्यवस्था नहीं थी। 2003 में भाजपा ने काम शुरू किया। पांच हजार करोड़ के बजट को एक लाख करोड़ तक भाजपा ने पहुंचाया। एक लाख पांच हजार शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति की। पूर्व सीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 750 करोड़ बोनस की राशि तेंदूपत्ता संग्राहकों को नहीं दी है। रेलवे लाइन का काम रोक दिया गया है। लोग जानना चाहते हैं कि शराबबंदी के वादे का क्या हुआ?