छतीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके के एक धुर नक्सल प्रभावित गांव में कलेक्टर और SP ने पहली बार जनचौपाल लगाई। इलाके के ग्रामीणों को सड़क निर्माण काम में सहयोग करने को कहा। साथ ही आश्वासन दिया कि इलाके में सड़क बनेगी तो गांव का विकास करेंगे। ग्रामीणों को सारी मूलभूत सुविधाएं मिलेगी। सरकार की योजनाओं का लाभ मिलेगा। बता दें कि यह वही गांव है जहां कुछ दिन पहले माओवादियों ने 2 सीरियल IED ब्लास्ट किया। IED की चपेट में आने से 2 जवान घायल हुए थे।
कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी और SP सदानंद कुमार नक्सल प्रभावित गांव कुरूषनार पहुंचे। पहले इलाके के ग्रामीणों की समस्या सुनी। उनकी समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया। कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि गांव के विकास के लिए आप सभी का सहयोग आवश्यक है। किसी भी क्षेत्र का विकास तभी संभव है, जब वहां सड़क उपलब्ध हो। आप सभी जिला प्रशासन जो सड़क निर्माण करवा रही है उसमें सहयोग करें। सड़क बनने के बाद जिला प्रशासन गांव में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल आदि की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराएगी।कलेक्टर ने जिले के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामीणों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए।
29 मार्च को किए थे IED ब्लास्ट
नक्सलियों के साम्राज्यवाद विरोधी सप्ताह के अंतिम दिन 29 मार्च को DRG और ITBP के जवान कोडोली ,झारवाही, कुरूषनार समेत अन्य इलाकों में सर्चिंग के लिए निकले थे। जवानों के आने की सूचना माओवादियों को मिली। जिसके बाद माओवादियों ने सर्चिंग पर निकले जवानों को नुकसान पहुंचाने 2 सीरियल IED प्लांट कर रखी थी। सुबह करीब 9 बजे सर्चिंग करते हुए 1 DRG जवान का पैर IED पर पड़ा और जोर का धमाका हुआ। इसी बीच चंद सेकेंड में ही दूसरी IED भी ब्लास्ट हो गई। दोनों जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे।