
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने एक बड़ी पहल करते हुए आज मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में राज्य के दो बड़े टाइगर रिज़र्व में कोर एवं बफर क्षेत्र में वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम 2006 के तहत 10 ग्राम सभाओं के सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र प्रदान किए। इसमें अचानकमार टाइगर रिज़र्व की 5 ग्राम सभाएं एवं सीतानदी उदंती क्षेत्र की 5 ग्राम सभाएं शामिल हैं।
सीतानदी से आये जिला पंचायत सदस्य मनोज साक्षी, दुलार सिंह समरथ, नरेश कुमार कश्यप और रमेश कुमार नेताम ने मुख्यमंत्री को महुआ की माला पहना कर उन्हें अधिकार पत्र मान्य करने के लिए धन्यवाद दिया।
टाइगर रिज़र्व के उदंती क्षेत्र के हिस्से में जो गरियाबंद जिले में पड़ता है, उसके बफर क्षेत्र से भी मुख्यमंत्री ने दो सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र प्रदान किये हैं, जिसमें विशेष रूप से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी के गोद ग्राम कुल्हाड़ीघाट प्रमुख है जिसे 1321.052 हेक्टेयर पर अधिकार पत्र शामिल हैं। ग्राम सभा कठवा को भी 1254.57 हेक्टेयर के मुख्यमंत्री ने वन संसाधन अधिकार पत्र प्रदाय किया। कमार समाज के अध्यक्ष बनसिंह सोरी और धनमोती सोरी, दामोदर मरकाम और नोहर सिंह सोरी ने मुख्यमंत्री को विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए किए गए कार्याें के लिए कृतज्ञता व्यक्ति की और विशेष संरक्षित जनजाति समूह के युवाओं को शासकीय नौकरी प्रदान करने निर्णय के लिए धन्यवाद दिया। अचानकमार टाइगर रिज़र्व के जिन 5 ग्राम सभाओं के अधिकार प्रदान किए गए हैं। वो मुंगेली जिला के क्षेत्र है, जिसमें से 4 गांव कोर एवं 1 गांव बफर क्षेत्र का है, इनमें महामाई ग्राम सभा को 1384.056 हेक्टेयर, बाबूटोला ग्राम सभा को 1191.6 हेक्टेयर, बम्हनी ग्राम सभा को 1663 हेक्टेयर, कटामी ग्राम सभा को 3240 हेक्टेयर एवं मंजूरहा ग्राम सभा को 661.74 हेक्टेयर पर सामुदायिक वन संसाधन अधिकार प्रदान किए गए हैं।
अचानकमार टाइगर रिज़र्व से आनंद एक्का, फूल सिंह बैगा, तितरू सिंह मरावी, मान सिंह बैगा, दिलहरण टेकाम, अघन सिंह मरावी, मंगल सिंह एक्का, संतोष मरावी, नवल प्रजापति और फिरतु राम बैगा ने यह अधिकार पत्र मुख्यमंत्री से प्राप्त किया और शहद भेंट कर उनके प्रति आभार प्रकट किया।
इसी के साथ सीतानदी उदंती टाइगर रिज़र्व में राज्य में पहली बार एक साथ संयुक्त रूप से सामुदायिक वन संसाधन अधिकार धमतरी जिले के सीतानदी टाइगर रिज़र्व की तीन ग्राम सभा लिखमा, बनियाडीह, मैनपुर को 1811.53 हेक्टेयर में मान्य किया गया है। उल्लेखनीय है कि बरसो से इनकी पारंपरिक सीमाए एक ही है, परन्तु आबादी बढ़ने के कारण इन्हें तीन गाँव में विभक्त कर दिया गया था, इसलिए वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम 2006 के तहत इन्होने एक साथ वन संसाधनों के संरक्षण, संवर्धन, परिरक्षण और प्रबंधन का निर्णय लिया है।
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- प्रियंका (Media Desk)
- "जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।
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