दिनांक : 25-Apr-2024 12:18 PM
Follow us : Youtube | Facebook | Twitter
Shadow

मंत्री डॉ. डहरिया : देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा छत्तीसगढ़ में किसानों को धान का सर्वाधिक मूल्य

14/10/2022 posted by Priyanka (Media Desk) Raipur    

नगरीय प्रशासन तथा विकास मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा छत्तीसगढ़ में धान की सबसे ज्यादा कीमत पर किसानों को मिल रही है। डॉ. डहरिया रायपुर जिले के विकासखण्ड आरंग की विभिन्न प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों में हाल ही में मनोनित हुए समितियों के अध्यक्षों को सम्बोधित कर रहे थे। डॉ. डहरिया ने सभी अध्यक्षों को उनके समिति अध्यक्ष मनोनीत होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने अध्यक्षों से किसानों के हित में काम करने का आग्रह किया। डॉ. डहरिया ने कहा कि प्रदेश में धान खरीदी सहकारी समिति (सोसायटी) के माध्यम से किसानों से की जा रही है।

उन्होंने बताया कि पिछले साल प्रदेश सरकार ने 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा था जिस के विरूद्ध करीब 24 लाख 06 हजार पंजीकृत किसानों से 98 लाख मिट्रिक टन धान खरीदा गया। उन्होंने कहा कि इस साल 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है तथा पंजीकृत किसानों की संख्या लगभग 25 लाख से ऊपर होने का अनुमान है। धान खरीदी हेतु किसानों का 31 अक्टूबर तक पंजीयन करने का समय निर्धारित किया गया है।

डॉ. डहरिया ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान में छत्तीसगढ़ मात्र एक ऐसा राज्य है जहां किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल के हिसाब से धान की खरीदी की जा रही है। किसानों को समर्थन मूल्य और कृषि आदान सहायता मिलने से खेती के प्रति किसानों का लगाव बढ़ा है। साथ ही किसानों को उनके उपज का अधिक दाम मिलने से साहूकारों के चंगुल से भी मुक्ति मिली है। प्रदेश सरकार के द्वारा सोसायटियों के माध्यम से किसानों से धान खरीदी का बेहतर संचालन किया जा रहा है। इस अवसर पर मौजूद सहकारी समितियों के मनोनीत सदस्यों ने मंत्री डॉ. डहरिया का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।

Author Profile

Priyanka (Media Desk)
Priyanka (Media Desk)प्रियंका (Media Desk)
"जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।