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कवर्धा से भोरमदेव मार्ग तक डामरीकरण कार्य हुआ प्रारंभ, पर्यटन सुविधाओं मे हो रहा विस्तार

26/11/2022 posted by Priyanka (Media Desk) Kawardha    

छत्तीसगढ़ में सड़कों के निर्माण और मरम्मत के कार्यों में तेजी से आम आवागमन में आसानी हो रही है। । सड़कों के निर्माण होने से अब अंतिम छोर पर बसे वनांचल क्षेत्रों के ग्राम शहरों तक जुड़ने लगे है। छत्तीसगढ़ का कबीरधाम जिला पयर्टन के दृष्टि से परिपूर्ण है, सड़कों के विस्तार से कबीरधाम जिले में पर्यटन को भी बढ़वा मिल रहा है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार प्रदेशभर के सड़क, पुल-पुलिया निर्माण एवं मरम्मत कार्य को प्राथमिकता से किया जा रहा है। इसी कड़ी में कवर्धा से प्रमुख पर्यटन, धार्मिक एवं जन आस्था का केन्द्र भोरमदेव मंदिर पहुंच मार्ग 16 किलोमीटर सड़क लगभग 9 करोड़ 60 लाख 24 हजार रूपए की लागत से डामरीकरण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। जिसे दिसबंर माह तक पूरा कर किया जाएगा।

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने कवर्धा से भोरमदेव सड़क डामरीकरण कार्य का गुणवत्तापूर्वक समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर श्री महोबे जिले में चल रहे निर्माणाधीन और जर्जर सड़कों के मरम्मत कार्यों की लगातार समीक्षा कर निर्माण कार्यो का निरीक्षण कर रहे है। उनके मार्गदर्शन में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है।

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क विकास निगम द्वारा स्वीकृत मांगों में डामरीकरण कार्य शुरू हो गया है। योजना के तहत बोड़ला, मोहगांव, प्रतापपुर के डामरीकरण का कार्य बरसात के पूर्व किया जा चुका है।

कवर्धा से भोरमदेव मंदिर 16 किलोमीटर सड़क का उन्नयन कार्य और 10 पुलिया सहित 5.44 किलो मीटर नाली का हो रहा निर्माण

कैबिनेट मंत्री तथा कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर के प्रयासों से छत्तीसगढ़ के प्रमुख पुरात्तव, धार्मिक, पर्यटन एवं ऐतिहासिक महत्व के स्थल भोरमदेव मंदिर 16 किलोमीटर पहुंचमार्ग सड़क का 9 करोड 60 लाख रूपए की लागत से डामरीकरण कार्य प्रारंभ हो गया है। इस सड़क उन्नयन कार्य में 10 नग पुलिया और 5.44 किलो मीटर नाली का निर्माण हो रहा है। प्रदेश के प्रमुख पुरात्तव, धार्मिक, पर्यटन एवं ऐतिहासिक महत्व के स्थल भोरमदेव मंदिर पहुंचमार्ग तक सड़क निर्माण होने की मांग पूरा होने से पर्यटन सुविधाओं के विस्तार होगा। राज्य के अलग-अलग जिलो से आने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी पहुंच मार्ग सड़क की बेहतर सुविधाएं मिलेगी।  मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कबीरधाम जिले के सभी प्रर्यटन सुविधाओं के विस्तार के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जिले के प्रमुख प्रयर्टन स्थल चिल्फी घाटी के उपर सरोधादादर में ट्राईबल टूरिजम सर्विल के विकास के लिए 12 करोड़ रूपए के विकास कार्य किए गए है, इससे प्रदेश में पर्यटन सुविधाओं का समुचित विकास को नई दिशा मिल रही है।

जिले में जर्जर सड़कों का किया जा रहा मरम्मत कार्य, वनांचल क्षेत्रों तक सुगम आवागमन की होगी सुविधा

कबीरधाम जिले के जर्जर सड़कों का मरम्मत कार्य तीव्रगति से किया जा रहा है। सड़क का जल्दी निर्माण और मरम्मत से जिले में वनांचल क्षेत्रों तक सुगम आवागमन की सुविधा होगी। जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत वर्ष 2022-23 में नवीनीकरण के लिए

कुल 67 सड़क, लंबाई 252.975 किलोमीटर के लिए 78 करोड़ 97 लाख 8028 रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त गत वर्ष की 15 सड़कें लंबाई 43.77 किलोमीटर राशि 738.33 लाख रूपए में भी पुर्ननिविदा पश्चात स्वीकृति प्राप्त हो गई है।

कबीरधाम जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत वर्ष 2022-23 में नवीनीकरण के लिए कुल 67 सड़क, लंबाई 252.975 किलोमीटर राशि 7897.828 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें से सभी 67 सड़कों के लिए निविदा आमंत्रण हो चुका है। जिनमें से 53 सड़कों की लंबाई 195.52 किलोमीटर राशि 4322.08 लाख रूपए के लिए निविदा स्वीकृति हो चुकी है एवं अनुबंध कर कार्य प्रारंभ के लिए संबंधित एजेंसियों को कार्यादेश भी 28 अक्टूबर 2022 को जारी किए जा चुके है।

वर्तमान में सभी 53 कार्य के लिए तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। इसके अतिरिक्त गत वर्ष की 15 सड़कें लंबाई 43.77 किलोमीटर राशि 738.33 लाख रूपए में भी पुर्ननिविदा पश्चात स्वीकृति प्राप्त हो गई है। जिसमें अनुबंध पश्चात कार्य प्रारंभ के लिए कार्यादेश जारी कर दिया गया है।

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Priyanka (Media Desk)
Priyanka (Media Desk)प्रियंका (Media Desk)
"जय जोहार" आशा करती हूँ हमारा प्रयास "गोंडवाना एक्सप्रेस" आदिवासी समाज के विकास और विश्व प्रचार-प्रसार में क्रांति लाएगा, इंटरनेट के माध्यम से अमेरिका, यूरोप आदि देशो के लोग और हमारे भारत की नवनीतम खबरे, हमारे खान-पान, लोक नृत्य-गीत, कला और संस्कृति आदि के बारे में जानेगे और भारत की विभन्न जगहों के साथ साथ आदिवासी अंचलो का भी प्रवास करने अवश्य आएंगे।